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मॉब लिंचिंग मामले में नया मोड़ः सिमडेगा पुलिस ने माना कि घटना के दौरान मौजूद थी पुलिस - मॉब लिंचिंग की घटना

सिमडेगा मॉब लिंचिंग मामले में नया मोड़ आ गया है. सिमडेगा पुलिस ने माना है कि घटना के दौरान पुलिस मौजूद थी. सर्किल इंस्पेक्टर आलोक कुमार ने केंद्रीय मंत्री सह खूंटी लोकसभा सांसद अर्जुन मुंडा के सामने स्वीकार किया कि घटना के दौरान पुलिस मौजूद थी.

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मॉब लिंचिंग मामले
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Published : Jan 10, 2022, 10:35 PM IST

Updated : Jan 11, 2022, 8:03 AM IST

सिमडेगा: बेसराजारा मॉब लिंचिंग मामले में सोमवार को एक नया मोड़ सामने आया है. सिमडेगा पुलिस ने माना घटना के दौरान पुलिस मौजूद थी. ये खुलासा सर्किल इंस्पेक्टर आलोक कुमार ने केंद्रीय मंत्री सह खूंटी लोकसभा सांसद अर्जुन मुंडा के सामने स्वीकार करते हुए कहा कि घटना के दौरान पुलिस मौजूद थी. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस की संख्या बल काफी कम थी.

इसे भी पढ़ें- सिमडेगा मॉब लिंचिंग के पीड़ित परिवार से मिले केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, कहा- दोषियों को है सरकार का सरंक्षण

सर्किल इंस्पेक्टर आलोक कुमार ने बताया कि मॉब लिंचिंग की घटना को रोकने के दौरान भीड़ द्वारा पुलिस के साथ में अभद्र व्यवहार किया गया. साथ ही उनके राइफल और हथियार छीनने का प्रयास भी किया गया था. लोगों की भीड़ ज्यादा थी इसलिए पुलिस चाह कर भी कुछ नहीं कर सकी. आक्रोशित भीड़ से किनारे हट चुकी पुलिस मृतक संजू की पत्नी सपना देवी के कहने पर दोबारा भीड़ को रोकने के लिए गई थी. लेकिन घटना में शामिल लोगों ने उन्हें बढ़ने नहीं दिया. पुलिस सभी आरोपियों को चिन्हित कर गिरफ्तार करने की कार्रवाई कर रही है. साथ ही आरोपित लोगों पर सरकारी काम में बाधा उत्पन्न करने का भी मामला दर्ज किया गया है.

जानकारी देते सर्किल इंस्पेक्टर

ये सब बातें तब सामने आयी हैं जब केंद्रीय मंत्री ने घटना की विस्तृत जानकारी कोलेबिरा थाना प्रभारी रामेश्वर भगत और बानो सर्किल इंस्पेक्टर आलोक कुमार से ली. पुलिस ने बताया कि घटना के दौरान मामले की सूचना जिला हेड क्वार्टर पर दी गयी. जिसके बाद अन्य थानों से पहुंचे पुलिस बल और अग्निशमन विभाग की गाड़ी मौके पर पहुंची. जिसके बाद आग को बुझाया गया. हालांकि तब तक काफी देर हो चुकी थी.

बीतते वक्त के साथ मॉब लिंचिंग घटना को लेकर कई बातें सामने आ रही हैं. इस घटना में एक नहीं दो हत्याएं हुई हैं ये कहना है मृतक संजू की पत्नी का. सपना देवी ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि घटना के दौरान वह अपने पति संजू को बचाने के लिए गयी थी. इस दौरान भीड़ ने उसके साथ भी मारपीट की थी, जिससे 2 महीने का गर्भ मारपीट के कारण उसका बच्चा कोख में ही मर गया. आक्रोशित भीड़ ने एक नहीं बल्कि दो हत्या की है. संजू के साथ सपना के पेट में पल रहे उसके बच्चे को भी मार डाला. घटना के 2 दिन बीतने पर वह इलाज के लिए सदर अस्पताल गयी थी.

सिमडेगा: बेसराजारा मॉब लिंचिंग मामले में सोमवार को एक नया मोड़ सामने आया है. सिमडेगा पुलिस ने माना घटना के दौरान पुलिस मौजूद थी. ये खुलासा सर्किल इंस्पेक्टर आलोक कुमार ने केंद्रीय मंत्री सह खूंटी लोकसभा सांसद अर्जुन मुंडा के सामने स्वीकार करते हुए कहा कि घटना के दौरान पुलिस मौजूद थी. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस की संख्या बल काफी कम थी.

इसे भी पढ़ें- सिमडेगा मॉब लिंचिंग के पीड़ित परिवार से मिले केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, कहा- दोषियों को है सरकार का सरंक्षण

सर्किल इंस्पेक्टर आलोक कुमार ने बताया कि मॉब लिंचिंग की घटना को रोकने के दौरान भीड़ द्वारा पुलिस के साथ में अभद्र व्यवहार किया गया. साथ ही उनके राइफल और हथियार छीनने का प्रयास भी किया गया था. लोगों की भीड़ ज्यादा थी इसलिए पुलिस चाह कर भी कुछ नहीं कर सकी. आक्रोशित भीड़ से किनारे हट चुकी पुलिस मृतक संजू की पत्नी सपना देवी के कहने पर दोबारा भीड़ को रोकने के लिए गई थी. लेकिन घटना में शामिल लोगों ने उन्हें बढ़ने नहीं दिया. पुलिस सभी आरोपियों को चिन्हित कर गिरफ्तार करने की कार्रवाई कर रही है. साथ ही आरोपित लोगों पर सरकारी काम में बाधा उत्पन्न करने का भी मामला दर्ज किया गया है.

जानकारी देते सर्किल इंस्पेक्टर

ये सब बातें तब सामने आयी हैं जब केंद्रीय मंत्री ने घटना की विस्तृत जानकारी कोलेबिरा थाना प्रभारी रामेश्वर भगत और बानो सर्किल इंस्पेक्टर आलोक कुमार से ली. पुलिस ने बताया कि घटना के दौरान मामले की सूचना जिला हेड क्वार्टर पर दी गयी. जिसके बाद अन्य थानों से पहुंचे पुलिस बल और अग्निशमन विभाग की गाड़ी मौके पर पहुंची. जिसके बाद आग को बुझाया गया. हालांकि तब तक काफी देर हो चुकी थी.

बीतते वक्त के साथ मॉब लिंचिंग घटना को लेकर कई बातें सामने आ रही हैं. इस घटना में एक नहीं दो हत्याएं हुई हैं ये कहना है मृतक संजू की पत्नी का. सपना देवी ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि घटना के दौरान वह अपने पति संजू को बचाने के लिए गयी थी. इस दौरान भीड़ ने उसके साथ भी मारपीट की थी, जिससे 2 महीने का गर्भ मारपीट के कारण उसका बच्चा कोख में ही मर गया. आक्रोशित भीड़ ने एक नहीं बल्कि दो हत्या की है. संजू के साथ सपना के पेट में पल रहे उसके बच्चे को भी मार डाला. घटना के 2 दिन बीतने पर वह इलाज के लिए सदर अस्पताल गयी थी.

Last Updated : Jan 11, 2022, 8:03 AM IST
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