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सिमडेगा में हॉकी स्टेडियम निर्माण में भ्रष्टाचार मामले में जांच पूरी, डीसी के पास पहुंची रिपोर्ट - झारखंड न्यूज अपडेट

सिमडेगा में हॉकी स्टेडियम निर्माण में भ्रष्टाचार हो रहा है. इसको लेकर ईटीवी भारत लगातार खबर प्रकाशित कर रहा है. निर्माण में भ्रष्टाचार मामले की जांच अब पूरी हो चुकी है और रिपोर्ट डीसी के पास पहुंच चुकी (corruption case of hockey stadium construction in Simdega) है.

Investigation completed on corruption case of hockey stadium construction in Simdega
सिमडेगा
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Published : Nov 14, 2022, 10:33 AM IST

Updated : Nov 14, 2022, 11:19 AM IST

सिमडेगाः जिला मुख्यालय के पास हॉकी स्टेडियम का निर्माण हो रहा है लेकिन भ्रष्टाचारियों का दुस्साहस ऐसा कि यहां भी वो करप्शन करने से नहीं चूके. हॉकी स्टेडियम की बदहाल स्थिति पर ईटीवी भारत ने मामला सबके संज्ञान में लाया. अब इस हॉकी स्टेडियम से जुड़े मामले की जांच पूरी हो गयी और रिपोर्ट उपायुक्त के पास पहुंच गयी (corruption case of hockey stadium construction in Simdega) है.

इसे भी पढ़ें- करप्शन का खेल! पहले हॉकी स्टेडियम का निर्माण अब फिर से हो रही मरम्मत, जानिए कहां का है मामला


हॉकी के कारण आज सिमडेगा देश ही नहीं विश्वभर में विख्यात है. यहां दो दो सब जूनियर नेशनल और जूनियर नेशन स्तर के हॉकी टूर्नामेंट हो चुके हैं. जिसके सफल आयोजन के बाद इसे लेकर सिमडेगा ने काफी सुर्खियां भी बटोरी थी‌. लेकिन यहां के बच्चों के भविष्य को संवारने के लिए आए करोड़ों रुपए पर भ्रष्टाचारियों की नजर लग गई है. शहर के मुख्य चौक से महज 1 किलोमीटर दूर संत मैरिज स्कूल के परिसर में 14 लाख 51 हजार की लागत से एक हॉकी स्टेडियम का निर्माण कराया जाना (hockey stadium construction in Simdega) है. जिसमें अब तक कुल 9 लाख 43 हजार 215 की राशि का भुगतान भी हो चुका है लेकिन यहां भी निर्माण की गुणवत्ता अच्छी नहीं है.

देखें पूरी खबर

बदहाल हॉकी स्टेडियमः चाहरदिवारी के लिए बनाए गए पिलर की स्थिति दयनीय है. मैदान निर्माण के वक्त मिट्टी का भराव नहीं किया गया, महज मशीन लगाकर जमीन को समतल करके छोड़ दिया गया. मिट्टी भरने के लिए मिलने वाले पैसे का बंदरबांट कर लिया गया. निर्माण के कुछ समय में ही दरवाजे टूट चुके हैं, हल्की बारिश में ही जल जमा हो जाता है, पानी निकासी के व्यवस्था नहीं है. ऐसे में भावी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के हॉकी खिलाड़ी यहां पर कैसे प्रैक्टिस कर पाएंगे.

इसे भी पढ़ें- हॉकी नगरी में खेल को बढ़ावा देने के नाम पर सरकारी पैसों की लूट, खेल मैदान बनाने में अनियमितता

जांच रिपोर्ट पर जिला खेल पदाधिकारी की चुप्पीः योजना के अनुरूप कार्य नहीं होने के बावजूद पूर्व खेल पदाधिकारी तुषार राय द्वारा हॉकी स्टेडियम को हैंडओवर ले लिया. अब उनका ट्रांसफर हो चुका है, ऐसे में नए अधिकारी उनके कार्यकाल का नहीं है, ये बोलकर मामले से अपना पल्ला झाड़ रहे हैं. खेल पदाधिकारी प्रवीण कुमार कहते हैं कि उपायुक्त के द्वारा जांच करने का निर्देश प्राप्त होने के बाद जांच रिपोर्ट सुपूर्द कर दी गई है. हालांकि खेल पदाधिकारी इस बात को स्वीकार करते हैं कि ईटीवी भारत द्वारा हॉकी स्टेडियम में भ्रष्टाचार से जुड़े मुद्दे लगातार उठाये जा रहे, उसमें सत्यता है. लेकिन जांच रिपोर्ट में क्या सामने आया है, इस पर वो रिपोर्ट के कॉन्फिडेंशियल होने का हवाला देकर चुप्पी साध लेते हैं.

इसे भी पढ़ें- सूख जाएगी हॉकी की नर्सरी, भ्रष्टाचारियों ने ओलंपियन के गांव को भी नहीं बख्शा, बनाया कंकड़ वाला स्टेडियम

सिमडेगाः जिला मुख्यालय के पास हॉकी स्टेडियम का निर्माण हो रहा है लेकिन भ्रष्टाचारियों का दुस्साहस ऐसा कि यहां भी वो करप्शन करने से नहीं चूके. हॉकी स्टेडियम की बदहाल स्थिति पर ईटीवी भारत ने मामला सबके संज्ञान में लाया. अब इस हॉकी स्टेडियम से जुड़े मामले की जांच पूरी हो गयी और रिपोर्ट उपायुक्त के पास पहुंच गयी (corruption case of hockey stadium construction in Simdega) है.

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हॉकी के कारण आज सिमडेगा देश ही नहीं विश्वभर में विख्यात है. यहां दो दो सब जूनियर नेशनल और जूनियर नेशन स्तर के हॉकी टूर्नामेंट हो चुके हैं. जिसके सफल आयोजन के बाद इसे लेकर सिमडेगा ने काफी सुर्खियां भी बटोरी थी‌. लेकिन यहां के बच्चों के भविष्य को संवारने के लिए आए करोड़ों रुपए पर भ्रष्टाचारियों की नजर लग गई है. शहर के मुख्य चौक से महज 1 किलोमीटर दूर संत मैरिज स्कूल के परिसर में 14 लाख 51 हजार की लागत से एक हॉकी स्टेडियम का निर्माण कराया जाना (hockey stadium construction in Simdega) है. जिसमें अब तक कुल 9 लाख 43 हजार 215 की राशि का भुगतान भी हो चुका है लेकिन यहां भी निर्माण की गुणवत्ता अच्छी नहीं है.

देखें पूरी खबर

बदहाल हॉकी स्टेडियमः चाहरदिवारी के लिए बनाए गए पिलर की स्थिति दयनीय है. मैदान निर्माण के वक्त मिट्टी का भराव नहीं किया गया, महज मशीन लगाकर जमीन को समतल करके छोड़ दिया गया. मिट्टी भरने के लिए मिलने वाले पैसे का बंदरबांट कर लिया गया. निर्माण के कुछ समय में ही दरवाजे टूट चुके हैं, हल्की बारिश में ही जल जमा हो जाता है, पानी निकासी के व्यवस्था नहीं है. ऐसे में भावी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के हॉकी खिलाड़ी यहां पर कैसे प्रैक्टिस कर पाएंगे.

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जांच रिपोर्ट पर जिला खेल पदाधिकारी की चुप्पीः योजना के अनुरूप कार्य नहीं होने के बावजूद पूर्व खेल पदाधिकारी तुषार राय द्वारा हॉकी स्टेडियम को हैंडओवर ले लिया. अब उनका ट्रांसफर हो चुका है, ऐसे में नए अधिकारी उनके कार्यकाल का नहीं है, ये बोलकर मामले से अपना पल्ला झाड़ रहे हैं. खेल पदाधिकारी प्रवीण कुमार कहते हैं कि उपायुक्त के द्वारा जांच करने का निर्देश प्राप्त होने के बाद जांच रिपोर्ट सुपूर्द कर दी गई है. हालांकि खेल पदाधिकारी इस बात को स्वीकार करते हैं कि ईटीवी भारत द्वारा हॉकी स्टेडियम में भ्रष्टाचार से जुड़े मुद्दे लगातार उठाये जा रहे, उसमें सत्यता है. लेकिन जांच रिपोर्ट में क्या सामने आया है, इस पर वो रिपोर्ट के कॉन्फिडेंशियल होने का हवाला देकर चुप्पी साध लेते हैं.

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Last Updated : Nov 14, 2022, 11:19 AM IST
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