सिमडेगा: बोलबा प्रखंड मुख्यालय में अनियमित विद्युत आपूर्ति को लेकर ग्रामीणों ने उपायुक्त विप्रा भाल को ज्ञापन सौंपा. जिसमें बिजली विभाग के ढुलमुल रवैये का जिक्र किया गया.
ग्रामीणों का कहना है कि प्रखंड में 3 साल पहले ही बिजली आई थी, लेकिन विभागीय लापरवाही के कारण लोग तीन महीने भी सही ढंग से बिजली का उपयोग नहीं कर पाए. बावजूद बिजली विभाग के द्वारा एक-एक व्यक्ति को 40-50 हजार तक का भारी-भरकम बिजली बिल भेजा जा रहा है.
ग्रामीणों का कहना है कि प्रखंड मुख्यालय से तीन किलोमीटर की दूरी पर सब-स्टेशन बना हुआ है. सब स्टेशन में तो बिजली रहती है लेकिन प्रखंड मुख्यालय में ही बिजली सप्लाई नहीं दी जाती है. ज्ञापन पर उपायुक्त विप्रा भाल ने संबंधित अधिकारी से बैठक कर समस्या का समाधान कराने की बात कही. इसके अलावा बोलबा प्रखंड क्षेत्र में किसी भी कंपनी का नेटवर्क न होने की बात कही.
ये भी पढ़ें- 31 अगस्त को आरयू सिंडिकेट की बैठक, 3 शिक्षकों के वेतन रोके जाने मामले पर होगी चर्चा
वहीं, बीएसएनएल और एक निजी मोबाइल कंपनी का टावर सालों से बनकर खड़ा है, लेकिन दूरसंचार सेवा दोनों कंपनियों द्वारा उपलब्ध नहीं कराया जा रहा. जिस कारण प्रखंडवासियों को कई तरह के समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.