सिमडेगा: लॉकडाउन के कारण आम जनजीवन थम सा गया है. वहीं, दूसरे राज्यों के विभिन्न प्लांट और फैक्ट्रियां बंद होने के कारण मजदूर वर्ग कार्यस्थल पर फंस गए हैं. काम बंद होने के कारण सभी की आर्थिक स्थिति काफी दयनीय हो गयी है. सिमडेगा और गुमला जिले के करीब 85 प्रवासी मजदूर तेलंगाना के रंगारेड्डी जिला अंतर्गत मिरचल नाम के गांव में फंसे हुए हैं.
फंसे हुए लगभग दो दर्जन मजदूर सिमडेगा के कोलेबिरा प्रखंड निवासी हैं. मजदूरों ने बताया कि रंगारेड्डी जिला प्रशासन द्वारा उन्हें अपने गृह राज्य झारखंड ट्रेन के माध्यम से भेजने की बात कहकर एक जगह जमा कराया गया था. इसके साथ ही सभी मजदूरों का पास भी बनवाया गया, लेकिन बुधवार की शाम अचानक जिला प्रशासन के अधिकारियों द्वारा कहा गया है कि उनके गृह राज्य झारखंड भेजने की उनके पास कोई व्यवस्था नहीं है. इसके साथ ही सभी लोगों का पास रद्द किए जाने की जानकारी दी गयी.
ये भी पढे़ं: छत्तीसगढ़ से साइकिल चलाकर 7 दिन बाद गुमला पहुंचे मजदूर, सभी को जाना है बिहार
स्थानीय प्रशासन की सूचना के बाद सभी मजदूर जिन कंपनियों में काम करते थे वहां वापस चले गए, लेकिन परंतु कंपनी के प्रतिनिधि ने भी उन लोगों को वापस काम पर रखने से मना कर दिया. अंततः सभी ओर से निराशा हाथ लगने पर मजदूरों ने पैदल ही अपने घर अपने गांव पहुंचने का मन बनाकर निकल पड़े. इन मजदूरों के पास पैसे भी खत्म हो चुके हैं. वहीं, खाने-पीने को लेकर काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. सभी लोगों ने झारखंड सरकार और जिला प्रशासन से मदद की अपील की है.