सरायकेला: जिले के गम्हरिया-आदित्यपुर क्षेत्र में धड़ल्ले से वन विभाग की जमीन की अवैध बिक्री के खिलाफ ग्रामीणों में आक्रोश भड़कना शुरू हो गया है. वन विभाग के वरीय अधिकारियों की ओर से कोई कार्रवाई नहीं किए जाने से क्षुब्ध ग्रामीण युवाओं ने जमीन की रक्षा का बीड़ा उठाया है. झारखंड सरकार और वन विभाग की जमीन को भू-माफियाओं के चंगुल से बचाने का संकल्प अब क्षेत्र के स्थानीय युवाओं ने लिया है. आसपास गांव के करीब पचास से अधिक युवकों ने शंकरपुर गांव से सटे एक्सआईटीई कॉलेज के पीछे स्थित वन विभाग की सैकड़ों एकड़ जमीन को भू-माफियाओं के चंगुल से बचाने का संकल्प लिया.
रापचा पंचायत के विभिन्न गांवों के युवाओं ने अवैध कब्जा के खिलाफ जमकर नारे लगाए. युवकों ने हाथों में तख्तियां लेकर भू-माफियाओं के खिलाफ नारे लगाए. अवैध कब्जा करने वालों की ओर से वन विभाग की इस जमीन पर गाड़े गए बांस और झाड़ियों को उखाड़ फेंका. इस स्थल पर काफी संख्या में वन विभाग की जमीन की घेराबंदी को देखते हुए भू-माफियाओं को वनभूमि का सौदा नहीं करने की चेतावनी दी गई. इस दौरान जेएमएम नेता अविनाश सोरेन के नेतृत्व में ग्रामीणों ने भू-माफियाओं के खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन किया गया.
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इस दौरान ग्रामीणों ने भू-माफियाओं के खिलाफ लिखी तख्तियां हाथों में लेकर जान देंगे पर वन भूमि पर कब्जा नहीं होने देंगे नारे लगाते हुए वन भूमि की रक्षा करने का संकल्प लिया. सोरेन ने बताया कि भू-माफियाओं की ओर से वन भूमि को अवैध कब्जा कर बेचा जा रहा है. इस क्षेत्र में सैकड़ों एकड़ भूमि को ऊंची कीमतों में बेचने का सिलसिला जारी रहने के बाद भी वन विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. उन्होंने कहा कि वन भूमि को किसी भी कीमत पर भू-माफियाओं को कब्जा करने नहीं दिया जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने वन विभाग के डीएफओ से बात कर वन भूमि पर पेड़ लगाए जाने की मांग की है.