सरायकेला: पूरे देश समेत झारखंड में कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर लॉकडाउन लगाया गया है, लेकिन सरायकेला जिले के चांडिल अनुमंडल अंतर्गत चाकुलिया गांव में ग्रामीणों द्वारा जबरदस्त तरीके से जंगल में पेड़ों की कटाई की जा रही है. वहीं, आज वन विभाग द्वारा कार्रवाई किए जाने के बाद उग्र ग्रामीणों ने घंटों वन विभाग के कर्मियों को घेरे रखा.
चांडिल अनुमंडल के चाकुलिया गांव अंतर्गत जंगल में लॉकडाउन के कारण बेरोजगार हुए ग्रामीण बड़ी संख्या में रोजाना वनों की कटाई कर रहे हैं, ताकि पेड़ों को जलावन के रूप में बेच कर अपना गुजर बसर कर सके. इधर, ग्रामीणों द्वारा लगातार अंधाधुंध कटाई किए जाने की सूचना पर आज वन विभाग ने मौके पर पहुंच पेड़ों की कटाई के बाद ढूलाई कर ले जा रहे ग्रामीणों को रोका, जिससे बड़ी संख्या में मौजूद ग्रामीण नाराज हो गए और वन विभाग के कर्मियों से ही उल्टे उलझ पड़े. ग्रामीणों ने वन कर्मियों को ही घंटों घेरे रखा.
कटे वनों को वन विभाग ने किया जब्त
ग्रामीणों द्वारा जंगल से लकड़ी और वनों की कटाई किए जाने के बाद मौके पर पेट्रोलिंग करते पहुंचे वन कर्मियों को घेरे जाने के सूचना मिलने के बाद मौके पर वन विभाग के रेंज ऑफिसर दिनेश चंद्र भी पहुंचे और ग्रामीणों को घंटों समझाया, लेकिन उग्र ग्रामीण समझने को तैयार नहीं थे. ग्रामीणों का कहना था कि लॉकडाउन के कारण ज्यादातर ग्रामीण बेरोजगार हो गए हैं. नतीजतन घर चलाने के लिए उन्हें अब जलावन की लकड़ी को बेचना पड़ रहा है, जबकि रेंज ऑफिसर ने ग्रामीणों को बताया कि पेड़ और वनों से ही हमारा जीवन जुड़ा है. इधर, वन विभाग के अधिकारियों ने लॉकडाउन समाप्त होने के बाद ग्रामीणों के साथ बैठक कर उनके समस्या को सुलझाए जाने संबंधित आश्वासन दिए तब जाकर ग्रामीणों ने समझा.
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ग्रामीण नहीं मान रहे सोशल डिस्टेंसिंग
सरायकेला जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्र में अक्सर सूचनाएं प्राप्त हो रही है कि ग्रामीण लॉकडाउन में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं. इस बीच चाकुलिया के ग्रामीणों ने जंगल में लकड़ी काटने के दौरान भी सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन किया. वहीं, वन कर्मियों को भी घेरे जाने के दौरान इन्होंने लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग को ताक पर रखकर अपनी बातों पर घंटों अड़े रहे.