सरायकेला: गम्हरिया-वन क्षेत्र के रायबासा उत्क्रमित मध्य विद्यालय की सहायक शिक्षिका राधा पूर्ति पिछले दो वर्षों से प्रताड़ना को लेकर पुलिस से भी शिकायत की, लेकिन कार्रवाई नहीं की गई. अब शिक्षिका ने राष्ट्रीय अनुसूचित जाति जनजाति आयोग को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है.
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पीड़ित शिक्षिका ने अपने पत्र में कहा है कि गम्हरिया-वन के बीईईओ कानन पात्र की ओर से द्वितीय सेवा पुस्तिका खोलने के नाम पर पिछले 2 वर्षों से परेशान किया जा रहा है. इसको लेकर अधिकारी आर्थिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहा है. आठ अप्रैल को बीईईओ की ओर से जाति सूचक शब्द और असंसदीय भाषा का प्रयोग किया. इसको लेकर आदित्यपुर थाने में चार मई को शिकायत की. इसके आलोक में सात मई को एससीएसटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया और आठ मई को डीएसपी ने इस घटना के एकमात्र गवाह का बयान भी दर्ज किया. इसके बावजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
कड़ी कार्रवाई की मांग
शिक्षिका ने बताया कि बीईईओ मामले को दबाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि साक्ष्य के तौर पर सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध कराया गया, जिससे छेड़छाड़ की जा सकती है. उन्होंने राष्ट्रीय अनुसूचित जाति जनजाति आयोग से मांग की है कि त्वरित कार्रवाई करते हुए दोषी पर कड़ी कार्रवाई की जाए.