सरायकेला: कोरोना प्रकोप के कारण राजकीय पॉलिटेक्निक संस्थान के छात्रों की ऑनलाइन और ऑफलाइन पढ़ाई बंद है. ऐसे में छात्र अब सीबीएसई की तर्ज पर कोर्स में कटौती की मांग कर रहे हैं. कोरोना के चलते सेकेंड और थर्ड सेमेस्टर का सेशन पहले से ही 7 महीने विलंब चल रहा है, ऐसे में अब छात्रों को पढ़ाई शुरू करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा, जबकि कई छात्रों के लिए यह चुनौती भरा भी हो सकता है, जिसकी वजह से छात्र सिलेबस में कटौती की मांग कर रहे हैं.
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ऑनलाइन-ऑफलाइन क्लासेस हैं बंद
सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेज के सेकेंड और थर्ड सेमेस्टर के छात्रों की पढ़ाई तकरीबन 7 महीने से पूरी तरह ठप है. झारखंड सरकार ने नए वर्ष में कॉलेज में पढ़ाई शुरू किए जाने संबंधित है कोई नया गाइडलाइन जारी नहीं हुआ है. जबकि सेकेंड और थर्ड सेमेस्टर के छात्रों की ऑनलाइन क्लास भी कोरोना काल में संचालित नहीं हुई है. कई छात्र पठन-पाठन से दूर हुए हैं. कई छात्रों ने बताया कि वे घर बैठे सेल्फ स्टडी का सहारा ले रहे हैं, लेकिन यह नाकाफी है.
सरकार के निर्देशों के इंतजार में छात्र
राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज में फिलहाल क्लास रूम की पढ़ाई बंद है और नया सेशन शुरू होने को है, लेकिन फिलहाल संस्थान नए सत्र के एडमिशन पर ही फोकस किए हुए है. इधर अधिकतर छात्र सिलेबस कटौती की मांग कर रहे हैं. तो कुछ छात्र सिलेबस कटौती के विरोध में है. छात्रों का मानना है कि यदि सिलेबस कटौती की जाती है तो उन्हें कोर्स से संबंधित सभी जानकारियां प्राप्त नहीं होगी और आगे उन्हें नौकरी में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. कॉलेज प्रबंधन भी सीमित संसाधन के बीच यूनिवर्सिटी और सरकार के आदेश के इंतजार में बैठी है. वही सेकंड और थर्ड सेमेस्टर के छात्र फिलहाल राज्य सरकार के कल्याण विभाग द्वारा दी जाने वाले छात्रवृत्ति की भी मांग कर रहे हैं.
नए सत्र की एडमिशन प्रक्रिया पूरी
राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज में कोरोना के बीच लंबित सेशन के बाद नए सत्र के एडमिशन प्रक्रिया को लगभग पूरा कर लिया गया है. इस संबंध में पॉलिटेक्निक संस्थान के प्राचार्य वीरेंद्र प्रसाद ने बताया कि नए सत्र के दूसरे काउंसलिंग के बाद संस्थान में केवल 7 सीट खाली है जो कि आगामी 15 जनवरी तक होने वाले काउंसलिंग के दौरान भरी जाएगी.