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झारखंड प्रदूषण नियंत्रण पर्षद ने 8 स्पंज आयरन कंपनी को नोटिस भेजा, नियमों की लापरवाही पर रद्द होगा लाइसेंस - Regional Officer of Kolhan Division Pollution Control Council, Jitendra Prasad Singh

झारखंड प्रदूषण नियंत्रण पर्षद ने औद्योगिक क्षेत्र में हो रहे प्रदूषण को लेकर सख्ती बरती रही है. इसे लेकर प्रदूषण नियंत्रण पर्षद ने सरायकेला खरसावां जिले में स्थित 8 स्पंज आयरन कंपनी को नोटिस भेजा है और स्पष्टीकरण मांगा है. साथ ही आयरन कंपनी को ऑनलाइन सर्वर से जोड़ प्रदूषण स्तर की 24 घंटे निगरानी की जा रही है.

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कचड़ा
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Published : Feb 19, 2021, 12:18 PM IST

सरायकेला: झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण परिषद औद्योगिक क्षेत्र स्थित कंपनियों में उत्पादन के साथ प्रदूषण मानक को पूरा करने के उद्देश्य से ऑनलाइन सिस्टम के जरिए प्रदूषण स्तर की मॉनिटरिंग कर रही है. प्रदूषण पर्षद ने मुख्यालय से निर्देश मिलने के बाद जिले में स्थित 8 स्पंज आयरन कंपनी को ऑनलाइन सर्वर से जोड़ प्रदूषण स्तर की 24 घंटे निगरानी की जा रही है.

देखें पूरी खबर

ये भी पढ़ें- फर्जीवाड़ाः बिना कचरा उठाए कंपनी ने रांची नगर निगम को थमाया 67 लाख का बिल, होगी जांच


ऑनलाइन सर्वर से प्रदूषण स्तर की जानकारी

जांच में इन चीजों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा कि स्पंज आयरन समेत अन्य कंपनियों ने उत्पादन के दौरान वायुमंडल में उत्सर्जन के स्तर को नियंत्रित रखने कंपनी में स्थापित प्रदूषण कंट्रोल डिवाइस 24 घंटे कार्य कर रहा है या नहीं, इसकी निगरानी ऑनलाइन सर्वर से जोड़कर की जा रही है. प्रदूषण फैलाने को लेकर विभाग सख्ती बरत रहा है. कोल्हान प्रमंडल प्रदूषण नियंत्रण परिषद के क्षेत्रीय पदाधिकारी जितेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि कंपनियों में प्रदूषण कंट्रोल डिवाइस लगाए गए हैं, जो लगातार प्रदूषण नियंत्रण के मात्रा को मापता है. ऐसे में कंपनी अगर तय मानकों से अधिक उत्सर्जन कर रहा है तो उन्हें ऑनलाइन मॉनिटरिंग के माध्यम से नोटिस भेजा जा रहा है. तय मानकों को पूरा नहीं करने वाले उद्योगों पर कार्रवाई भी की जा रही है.

ग्रामीणों ने की थी शिकायत

प्रदूषण नियंत्रण पर्षद ने सरायकेला खरसावां जिले में स्थित 8 स्पंज आयरन कंपनी को नोटिस भेजा है. विभाग को स्थानीय ग्रामीणों की ओर से लगातार शिकायत मिल रही थी कि कुछ कंपनियां देर रात कार्बन उत्सर्जन की मात्रा बढ़ा देती है, जबकि ऑनलाइन सर्वर के माध्यम से पता चला कि रात में ये डिवाइस बंद कर दिए जाते हैं. जिसे लेकर विभाग ने सख्ती की है, और सभी आठ स्पंज आयरन कंपनी को नोटिस भेजकर उनसे स्पष्टीकरण मांगा है. इन कंपनियों में प्रमुख रूप से नीलांचल स्टील, कोहिनूर स्टील, जय मंगला स्टील, सिद्धि विनायक स्टील, एम आर एलॉय, अमलगम स्टील समृद्धि स्पंज शामिल है.


अनियमितता पर रद्द किए जाएंगे लाइसेंस

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के निर्देश के बाद सभी कंपनियों को प्रदूषण की मात्रा नियंत्रित करने, फिल्टर कंट्रोलिंग मशीन अपने कंपनी परिसर में स्थापित करना है. वहीं ऐसा नहीं करने वाली कंपनियों के लाइसेंस भी रद्द कर कार्रवाई की जा सकती है.

सरायकेला: झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण परिषद औद्योगिक क्षेत्र स्थित कंपनियों में उत्पादन के साथ प्रदूषण मानक को पूरा करने के उद्देश्य से ऑनलाइन सिस्टम के जरिए प्रदूषण स्तर की मॉनिटरिंग कर रही है. प्रदूषण पर्षद ने मुख्यालय से निर्देश मिलने के बाद जिले में स्थित 8 स्पंज आयरन कंपनी को ऑनलाइन सर्वर से जोड़ प्रदूषण स्तर की 24 घंटे निगरानी की जा रही है.

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ऑनलाइन सर्वर से प्रदूषण स्तर की जानकारी

जांच में इन चीजों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा कि स्पंज आयरन समेत अन्य कंपनियों ने उत्पादन के दौरान वायुमंडल में उत्सर्जन के स्तर को नियंत्रित रखने कंपनी में स्थापित प्रदूषण कंट्रोल डिवाइस 24 घंटे कार्य कर रहा है या नहीं, इसकी निगरानी ऑनलाइन सर्वर से जोड़कर की जा रही है. प्रदूषण फैलाने को लेकर विभाग सख्ती बरत रहा है. कोल्हान प्रमंडल प्रदूषण नियंत्रण परिषद के क्षेत्रीय पदाधिकारी जितेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि कंपनियों में प्रदूषण कंट्रोल डिवाइस लगाए गए हैं, जो लगातार प्रदूषण नियंत्रण के मात्रा को मापता है. ऐसे में कंपनी अगर तय मानकों से अधिक उत्सर्जन कर रहा है तो उन्हें ऑनलाइन मॉनिटरिंग के माध्यम से नोटिस भेजा जा रहा है. तय मानकों को पूरा नहीं करने वाले उद्योगों पर कार्रवाई भी की जा रही है.

ग्रामीणों ने की थी शिकायत

प्रदूषण नियंत्रण पर्षद ने सरायकेला खरसावां जिले में स्थित 8 स्पंज आयरन कंपनी को नोटिस भेजा है. विभाग को स्थानीय ग्रामीणों की ओर से लगातार शिकायत मिल रही थी कि कुछ कंपनियां देर रात कार्बन उत्सर्जन की मात्रा बढ़ा देती है, जबकि ऑनलाइन सर्वर के माध्यम से पता चला कि रात में ये डिवाइस बंद कर दिए जाते हैं. जिसे लेकर विभाग ने सख्ती की है, और सभी आठ स्पंज आयरन कंपनी को नोटिस भेजकर उनसे स्पष्टीकरण मांगा है. इन कंपनियों में प्रमुख रूप से नीलांचल स्टील, कोहिनूर स्टील, जय मंगला स्टील, सिद्धि विनायक स्टील, एम आर एलॉय, अमलगम स्टील समृद्धि स्पंज शामिल है.


अनियमितता पर रद्द किए जाएंगे लाइसेंस

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के निर्देश के बाद सभी कंपनियों को प्रदूषण की मात्रा नियंत्रित करने, फिल्टर कंट्रोलिंग मशीन अपने कंपनी परिसर में स्थापित करना है. वहीं ऐसा नहीं करने वाली कंपनियों के लाइसेंस भी रद्द कर कार्रवाई की जा सकती है.

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