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राज्य में इलाज के आभाव में नहीं होगी मौत: चंपई सोरेन - झारखंड स्वास्थ्य न्यूज

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए पहुंचने वाले मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य संरचना मिल सके, इसके लिए निजी कंपनी के साथ एमओयू किया गया. जिसके तहत स्वास्थ्य केंद्र में विभिन्न सुविधाएं उप्लब्ध कराने की जिम्मेदारी निजी कंपनी की होगी. साथ ही समुचित स्वास्थ्य सुविधा मणिपाल मेडिकल कॉलेज स्थापित करेगी.

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community health center saraikela
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Published : Mar 28, 2022, 8:10 PM IST

सरायकेला: जिले के मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य संरचना उप्लब्ध कराने के उद्देश्य से गम्हरिया स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ने निजी कंपनी अमलगम के साथ एमओयू किया है. अमलगम स्टील एंड पावर लिमिटेड द्वारा स्वास्थ्य केंद्र का रखरखाव, संचालन, चिकित्सा सेवा समेत अन्य कार्य किया जाएगा. स्वास्थ्य केंद्र में समुचित स्वास्थ्य सुविधा मणिपाल मेडिकल कॉलेज द्वारा स्थापित किया जाएगा, और समस्त चिकित्सा सेवा मणिपाल मेडिकल कॉलेज के माध्यम से प्रदान की जाएगी.

इसे भी पढ़ें: सरायकेला में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा जागृति मैदान की बदलेगी सूरत, चार माह में काम होगा पूरा

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एमओयू के लिए सोमवार (28 मार्च) को कार्यक्रम का आयेजन किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में झारखंड सरकार के कैबिनेट मंत्री चंपई सोरेन भी शामिल हुए. इस दौरान अमलगम कंपनी और जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के साथ एक एमओयू किया गया. एमओयू के तहत स्वास्थ्य केंद्र सभी कार्य कंपनी प्रबंधन के माध्यम से कराए जाएंगे.

मंत्री चंपई सोरेन

जल्द शुरू किया जाएगा 50 बेड वाले अनुमंडल अस्पताल : कैबिनेट मंत्री चंपई सोरेन ने अपने संबोधन में कहा कि झारखंड सरकार राज्यवासियों के बेहतर स्वास्थ्य सुविधा को लेकर कृत संकल्पित है. राज्य सरकार सभी नागरिकों को स्वास्थ सुविधा प्रदान करना चाहती है. सरायकेला जिले में अस्पताल सुविधा को लगातार बढ़ायाए जाने का प्रयास जारी है. जिसका नतीजा है कि जिला के सदर अस्पताल मे लगातार स्वास्थ सुविधाओं में बढ़ोतरी की जा रही है. इसके अलावा चांडिल अनुमंडल में 50 बेड वाले अनुमंडल अस्पताल को भी जल्द शुरू किया जाएगा. वही राजनगर प्रखंड में भी मेसो परियोजना के तहत अस्पताल संचालित हो रहे हैं.

लोगों को नहीं जाना पड़ेगा इलाज के लिए बाहर: कार्यक्रम में मौजूद उपायुक्त अरवा राजकमल ने कहा कि झारखंड सरकार के प्रयास से जिले में पहली बार निजी कंपनी द्वारा पीपीपी मोड में अस्पताल का संचालन किया जाएगा. जिला प्रशासन स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उप्लब्ध करेगी ताकि लोगों को इलाज के लिए दूसरे राज्य या जिलों पर निर्भर न रहना पड़े और ना ही बाहर जाने की नौबत आए.

सेविकाओं को दी गई प्रोत्साहन राशि: कार्यक्रम के दौरान कोरोना काल में ऑन ड्यूटी अपनी जान गवाने वाली सेविका के परिजनों को 75 हजार का चेक सौंपा गया. ऑन ड्यूटी सेविका देवी जोजो की मृत्यु कोरोना वैक्सीन लेने जाने के क्रम में सड़क दुर्घटना में हुई थी. वही कोरोना काल में 100 फीसदी वैक्सीनेशन कार्य सफलतापूर्वक करने पर सेविका चित्रलेखा महतो और तारा मणि को बतौर प्रोत्साहन राशि ₹3,000 का चेक प्रदान किया गया.

सरायकेला: जिले के मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य संरचना उप्लब्ध कराने के उद्देश्य से गम्हरिया स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ने निजी कंपनी अमलगम के साथ एमओयू किया है. अमलगम स्टील एंड पावर लिमिटेड द्वारा स्वास्थ्य केंद्र का रखरखाव, संचालन, चिकित्सा सेवा समेत अन्य कार्य किया जाएगा. स्वास्थ्य केंद्र में समुचित स्वास्थ्य सुविधा मणिपाल मेडिकल कॉलेज द्वारा स्थापित किया जाएगा, और समस्त चिकित्सा सेवा मणिपाल मेडिकल कॉलेज के माध्यम से प्रदान की जाएगी.

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प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एमओयू के लिए सोमवार (28 मार्च) को कार्यक्रम का आयेजन किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में झारखंड सरकार के कैबिनेट मंत्री चंपई सोरेन भी शामिल हुए. इस दौरान अमलगम कंपनी और जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के साथ एक एमओयू किया गया. एमओयू के तहत स्वास्थ्य केंद्र सभी कार्य कंपनी प्रबंधन के माध्यम से कराए जाएंगे.

मंत्री चंपई सोरेन

जल्द शुरू किया जाएगा 50 बेड वाले अनुमंडल अस्पताल : कैबिनेट मंत्री चंपई सोरेन ने अपने संबोधन में कहा कि झारखंड सरकार राज्यवासियों के बेहतर स्वास्थ्य सुविधा को लेकर कृत संकल्पित है. राज्य सरकार सभी नागरिकों को स्वास्थ सुविधा प्रदान करना चाहती है. सरायकेला जिले में अस्पताल सुविधा को लगातार बढ़ायाए जाने का प्रयास जारी है. जिसका नतीजा है कि जिला के सदर अस्पताल मे लगातार स्वास्थ सुविधाओं में बढ़ोतरी की जा रही है. इसके अलावा चांडिल अनुमंडल में 50 बेड वाले अनुमंडल अस्पताल को भी जल्द शुरू किया जाएगा. वही राजनगर प्रखंड में भी मेसो परियोजना के तहत अस्पताल संचालित हो रहे हैं.

लोगों को नहीं जाना पड़ेगा इलाज के लिए बाहर: कार्यक्रम में मौजूद उपायुक्त अरवा राजकमल ने कहा कि झारखंड सरकार के प्रयास से जिले में पहली बार निजी कंपनी द्वारा पीपीपी मोड में अस्पताल का संचालन किया जाएगा. जिला प्रशासन स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उप्लब्ध करेगी ताकि लोगों को इलाज के लिए दूसरे राज्य या जिलों पर निर्भर न रहना पड़े और ना ही बाहर जाने की नौबत आए.

सेविकाओं को दी गई प्रोत्साहन राशि: कार्यक्रम के दौरान कोरोना काल में ऑन ड्यूटी अपनी जान गवाने वाली सेविका के परिजनों को 75 हजार का चेक सौंपा गया. ऑन ड्यूटी सेविका देवी जोजो की मृत्यु कोरोना वैक्सीन लेने जाने के क्रम में सड़क दुर्घटना में हुई थी. वही कोरोना काल में 100 फीसदी वैक्सीनेशन कार्य सफलतापूर्वक करने पर सेविका चित्रलेखा महतो और तारा मणि को बतौर प्रोत्साहन राशि ₹3,000 का चेक प्रदान किया गया.

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