सरायकेला: कोरोना वायरस संक्रमण से आज पूरा देश लड़ रहा है. संक्रमण रोकने के लिए सरकार ने कई प्रयास किए हैं. लॉकडाउन अवधि में सभी जरूरतमंद लोगों को राशन और खाद्यान्न उपलब्ध हो, इसे लेकर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन कुछ सरकारी राशन डीलर इस कोरोना महामारी के काल में भी अपनी कालाबाजारी की आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं.
गरीबों के बीच बांटे जाने वाले चावल का भंडारण
सरायकेला के आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत वार्ड संख्या 20 के सरकारी राशन डीलर रतन लाल गुप्ता की ओर से अपने राशन दुकान के अलावा एक अन्य गोदाम में भारी मात्रा में चावल का भंडारण किया गया था. इस बात की जानकारी जिला आपूर्ति पदाधिकारी प्रियंका सिंह को दी गई. उसके बाद मौके पर पहुंचे प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी और जांच टीम ने पाया कि राशन डीलर ने अपने दुकान से अलग स्थान पर खाद्यान्न भंडारण किए हुए है, जिसकी सूचना आपूर्ति कार्यालय को नहीं दी गई थी.
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डीलर की मनमानी
नियम के अनुसार डीलर को सरकारी राशन दुकान के अलावा जिस स्थान पर चावल का भंडारण करना है, उस स्थान के लिए अनुमति प्राप्त किया जाना है, लेकिन डीलर मनमानी करते हुए अवैध रूप से चावल जमा किए हुए था. प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी ने जिला आपूर्ति पदाधिकारी के निर्देश पर राशन डीलर के अवैध गोदाम को सील कर दिया. राशन डीलर रतन लाल गुप्ता ने कहा कि उसकी ओर से प्रखंड आपूर्ति कार्यालय को दुकान के अलावा गोदाम में खाद्यान्न भंडारण किए जाने संबंधित सूचना प्रदान की गई है, लेकिन जांच में पाया गया कि राशन डीलर ने पहले ऐसी कोई सूचना आपूर्ति कार्यालय को प्रदान नहीं की थी.
चावल का अवैध भंडारण
सरकारी राशन डीलर रतन लाल गुप्ता की ओर से अपने सरकारी राशन दुकान के अलावा एक अन्य गोदाम में कुल 98 बोरा यानी 98 क्विंटल चावल का भंडारण कर रखा गया था. जिससे संबंधित कोई कागजात भी डीलर के पास उपलब्ध नहीं है. बता दें कि कोविड-19 महामारी को लेकर प्रधानमंत्री राष्ट्रीय खाद्य मिशन के तहत राशन कार्ड धारकों को 10-10 किलो चावल और राज्य सरकार की ओर से 5-5 किलो चावल दिए जाने की योजना है. जिसमें यह राशन डीलर लगातार सेंधमारी कर रहे हैं.