सरायकेला: आदित्यपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत सालडीह बस्ती में जयप्रकाश उद्यान नदी तट के किनारे रोजाना सुबह 6 बजे से 10 बजे तक माफियोओं द्वारा बालू उठाव करवाया जा रहा है. इसमें 100 से 150 मजदूर शामिल हैं जो मोपेड और साइकिल के द्वारा इस कार्य को अंजाम दे रहे हैं. जिसके बाद बालू को सुरक्षित स्थान पर स्टॉक कर के ऊंची कीमतों पर बेचा जा रहा है.
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सरायकेला जिले में पुलिस अधिक्षक डॉ. विमल कुमार द्वारा अवैध बालू उठाव और परिचालन पर कड़ी कार्रवाई करने के बावजूद चोरी-छुपे अवैध बालू का खेल लगातार जारी है. इस सख्ती के बाद भी आदित्यपुर थाना क्षेत्र में बीते एक महीने से भी अधिक समय में खरकई नदी के किनारे अवैध बालू का उठाव जारी है. जहां का नजारा सुबह-सुबह किसी बाजार से कम नहीं होता है. यहां 100 से 150 की संख्या में मजदूर साइकिल और मोपेड पर बालू लादकर नदी तट से स्टॉक वाले स्थान पर ले जाते हैं. सुनियोजित तरीके से इस सिंडिकेट और रैकेट में कई सफेदपोश के शामिल होने की आशंका है.
40 रुपए बोरा बेचा जा रहा बालू: बालू माफियाओं के द्वारा 35 से 40 रुपए प्रति बोरा के दर से लोगों को बालू बेचा जा रहा है. जानकारी के अनुसार करीब 4 घंटे चलने वाले इस काम में डेढ़ हजार बोरी बालू भरकर स्टॉक किया जाता है. इस ढुलाई में 12 से 15 लोगों की टीम शामिल है. जिसमें प्रत्येक टीम में 3 से 4 लोग रहते हैं. टीम में शामिल लोगों को 10 रुपए के हिसाब से प्रति बोरा भुगतान किया जाता है.
गरीब मजदूरों के नाम पर रैकेट चलाने वालों के विरुद्ध होगी कार्रवाई: इस मामले को लेकर जब सरायकेला पुलिस अधीक्षक डॉ. विमल कुमार से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि जो भी गरीबों के नाम पर बालू भरकर बेच रहे हैं उन गोरखधंधेबाजों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगाी. एक गरीब बोरी में बालू भरकर अपना भरण पोषण कर रहे हैं. लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है.