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सरायकेला में फ्लैट फैक्ट्री का निर्माण जल्द, एक ही जगह कई कंपनियां बना सकेंगी अपने उत्पाद

सरायकेला के औद्योगिक क्षेत्र में पूर्वी भारत के बन रहे इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर( ईएमसी) में भारत में पहली बार फ्लैटेड फैक्ट्री का निर्माण किया जा रहा है. जहां सुलभ आवंटन प्रक्रिया के तहत इलेक्ट्रॉनिक से संबंधित उत्पादों का निर्माण किया जा सकेगा.

इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर
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Published : Sep 6, 2019, 1:29 PM IST

सरायकेला: इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर की फ्लैट फैक्ट्री में जल्द ही उत्पादन भी शुरू होगा. जहां फैक्ट्री का आवंटन ऑन रेट होगा. जो कि अधिकतम एक से ग्यारह महीने के लिए इकरारनामा के बाद तय किया जाएगा. जबकि ऐसा पहली बार होगा जब औद्योगिक क्षेत्र में उद्योग स्थापित करने के लिए लीज डील नहीं करने होंगे.

देखें पूरी खबर


क्या है फ्लैटेड फैक्ट्री
दरअसल फ्लैटेड फैक्ट्री का कांसेप्ट विदेश से आया है. इसके तहत फ्लैटनुमा बहुमंजिला इमारतों का निर्माण किया जा रहा है. जहां फ्लैट की तरह इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद बनाने वाले छोटे-छोटे फैक्ट्रियों को स्थापित किया जाएगा. इतना ही नहीं इन फ्लैट फैक्ट्रियों में अन्य सभी संसाधन भी पहले से ही स्थापित होंगे. जहां इलेक्ट्रॉनिक से संबंधित असेंबलिंग काम सुगमता से किए जा सकेंगे.

कम पूंजी वालों के लिए है फ्लैटेड फैक्ट्री
इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर में उद्योग स्थापित किए जाने को लेकर जियाडा में ई- बीडिंग के माध्यम से नए उद्योग स्थापित करने के लिए जमीन आवंटित की जाती है. जहां ऑनलाइन बीडिंग के माध्यम से भारी भरकम पूंजी निवेश करने के बाद ही उद्योग स्थापित करने के लिए भूमि आवंटित की जाती है, लेकिन इन फ्लैटेड फैक्ट्री में कम पूंजी के साथ उद्योग और व्यापार किए जा सकेंगे.


इस संबंध में जानकारी देते हुए जियाडा की क्षेत्रीय उपनिदेशक रंजना मिश्रा ने बताया कि फ्लटेड फैक्ट्री वैसे उद्यमियों के लिए है, जो कम पूंजी में अपना व्यवसाय आगे बढ़ाना चाहते हैं. जिनके पास जमीन खरीदने के लिए पर्याप्त पैसे नहीं हैं. वह यहां आकर किराये पर जगह लेकर उद्योग स्थापित कर सकते हैं. साथ ही इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर प्रोजेक्ट के अनुसार वे उत्पाद भी बना सकते हैं.

ये भी देखें - मंत्री सरयू राय ने की माप तौल विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक, जानीं उनकी समस्याएं


फ्लैटेड फैक्ट्री का एक ब्लॉक बनकर तैयार
औद्योगिक क्षेत्र में प्रस्तावित केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर के तहत फ्लैटेड फैक्ट्री निर्माण का काम तीव्र गति से जारी है. अब तक फ्लैटेड फैक्ट्री का एक ब्लॉक बनकर तैयार हो गया है. वहां जल्द ही आवंटन प्रक्रिया शुरू की जाएगी.


सैमसंग और शाओमी की बन रही असेंबलिंग
ईएमसी में अब तक कई कंपनियों को जमीन आवंटित कर दी गई है. जहां निकट भविष्य में जल्द ही उत्पादन शुरू होगा. वहीं फ्लैटेड फैक्ट्री में अब तक ब्रांडेड मोबाइल कंपनी शाओमी और सैमसंग मोबाइल कंपनी के असेंबलिंग लाइन के लिए प्रोजेक्ट को हरी झंडी दे दी गई है. निश्चित तौर पर निकट भविष्य में फ्लैटेड फैक्ट्री कम पूंजी में उद्योग स्थापित करने वाले लोगों के लिए एक बेहतरीन विकल्प साबित होगा. वहीं कम जगह पर अधिक से अधिक उद्योग स्थापित होंगे और कई लोगों को रोजगार भी प्राप्त होगा.

सरायकेला: इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर की फ्लैट फैक्ट्री में जल्द ही उत्पादन भी शुरू होगा. जहां फैक्ट्री का आवंटन ऑन रेट होगा. जो कि अधिकतम एक से ग्यारह महीने के लिए इकरारनामा के बाद तय किया जाएगा. जबकि ऐसा पहली बार होगा जब औद्योगिक क्षेत्र में उद्योग स्थापित करने के लिए लीज डील नहीं करने होंगे.

देखें पूरी खबर


क्या है फ्लैटेड फैक्ट्री
दरअसल फ्लैटेड फैक्ट्री का कांसेप्ट विदेश से आया है. इसके तहत फ्लैटनुमा बहुमंजिला इमारतों का निर्माण किया जा रहा है. जहां फ्लैट की तरह इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद बनाने वाले छोटे-छोटे फैक्ट्रियों को स्थापित किया जाएगा. इतना ही नहीं इन फ्लैट फैक्ट्रियों में अन्य सभी संसाधन भी पहले से ही स्थापित होंगे. जहां इलेक्ट्रॉनिक से संबंधित असेंबलिंग काम सुगमता से किए जा सकेंगे.

कम पूंजी वालों के लिए है फ्लैटेड फैक्ट्री
इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर में उद्योग स्थापित किए जाने को लेकर जियाडा में ई- बीडिंग के माध्यम से नए उद्योग स्थापित करने के लिए जमीन आवंटित की जाती है. जहां ऑनलाइन बीडिंग के माध्यम से भारी भरकम पूंजी निवेश करने के बाद ही उद्योग स्थापित करने के लिए भूमि आवंटित की जाती है, लेकिन इन फ्लैटेड फैक्ट्री में कम पूंजी के साथ उद्योग और व्यापार किए जा सकेंगे.


इस संबंध में जानकारी देते हुए जियाडा की क्षेत्रीय उपनिदेशक रंजना मिश्रा ने बताया कि फ्लटेड फैक्ट्री वैसे उद्यमियों के लिए है, जो कम पूंजी में अपना व्यवसाय आगे बढ़ाना चाहते हैं. जिनके पास जमीन खरीदने के लिए पर्याप्त पैसे नहीं हैं. वह यहां आकर किराये पर जगह लेकर उद्योग स्थापित कर सकते हैं. साथ ही इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर प्रोजेक्ट के अनुसार वे उत्पाद भी बना सकते हैं.

ये भी देखें - मंत्री सरयू राय ने की माप तौल विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक, जानीं उनकी समस्याएं


फ्लैटेड फैक्ट्री का एक ब्लॉक बनकर तैयार
औद्योगिक क्षेत्र में प्रस्तावित केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर के तहत फ्लैटेड फैक्ट्री निर्माण का काम तीव्र गति से जारी है. अब तक फ्लैटेड फैक्ट्री का एक ब्लॉक बनकर तैयार हो गया है. वहां जल्द ही आवंटन प्रक्रिया शुरू की जाएगी.


सैमसंग और शाओमी की बन रही असेंबलिंग
ईएमसी में अब तक कई कंपनियों को जमीन आवंटित कर दी गई है. जहां निकट भविष्य में जल्द ही उत्पादन शुरू होगा. वहीं फ्लैटेड फैक्ट्री में अब तक ब्रांडेड मोबाइल कंपनी शाओमी और सैमसंग मोबाइल कंपनी के असेंबलिंग लाइन के लिए प्रोजेक्ट को हरी झंडी दे दी गई है. निश्चित तौर पर निकट भविष्य में फ्लैटेड फैक्ट्री कम पूंजी में उद्योग स्थापित करने वाले लोगों के लिए एक बेहतरीन विकल्प साबित होगा. वहीं कम जगह पर अधिक से अधिक उद्योग स्थापित होंगे और कई लोगों को रोजगार भी प्राप्त होगा.

Intro:सरायकेला जिले के औद्योगिक क्षेत्र में पूर्वी भारत के बन रहे इलेक्ट्रोनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर( ईएमसी) में विदेशों की तर्ज पर भारत में पहली बार फ्लैट्टेड फैक्ट्री का निर्माण किया जा रहा है जहां सुलभ आवंटन प्रक्रिया के तहत इलेक्ट्रॉनिक से संबंधित उत्पादों का निर्माण किया जा सकेगा


Body:इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर के प्लेटेड फैक्ट्री में जल्द ही उत्पादन भी शुरू होगा जहां फैक्ट्री का आवंटन ऑन रेट होगा जो कि अधिकतम एक 11 महीने के लिए इकरारनामा के बाद तय किया जाएगा जबकि ऐसा पहली बार होगा जब औद्योगिक क्षेत्र में उद्योग स्थापित करने के लिए लीज डीड नहीं करने होंगे।

क्या है फ्लैट्टेड फैक्ट्री।

दरअसल फ्लैट्टेड फैक्ट्री का कांसेप्ट विदेशों से आया है इसके तहत फ्लैट नुमा बहुमंजिला इमारतों का निर्माण किया जा रहा है जहां फ्लैट की तरह इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद बनाने वाले छोटे-छोटे फैक्ट्रियों को स्थापित किया जाएगा। इतना ही नहीं इन फ्लैट्टेड फैक्ट्रियों में अन्य सभी संसाधन भी पहले से ही स्थापित होंगे जहां इलेक्ट्रॉनिक से संबंधित असेंबलिंग कार्य सुगमता से किए जा सकेंगे। कुल मिलाकर फ्लैट नुमा भवन बन रहे हैं जहां एक ही छत के नीचे इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग से संबंधित कार्य संपादित हो सकेंगे।

कम पूंजी वालों के लिए है फ्लैट्टेड फैक्ट्री।

इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर में उद्योग स्थापित किए जाने को लेकर जियाडा द्वारा ई- बीडिंग के माध्यम से नए उद्योग स्थापित किए जाने को लेकर जमीन आवंटित की जाती है। जिसमें ऑनलाइन बिल्डिंग के माध्यम से भारी भरकम पूंजी निवेश करने के बाद ही उद्योग स्थापित करने के लिए भूमि आवंटित की जाती है, लेकिन इन फ्लैट्टेड फैक्ट्री में कम पूंजी के साथ उद्योग और व्यापार किए जा सकेंगे ।

इस संबंध में जानकारी देते हुए जियाडा की क्षेत्रीय उपनिदेशक रंजना मिश्रा ने बताया कि फ्लर्टेड फैक्ट्री वैसे उद्यमियों के लिए है जो कम पूंजी में अपना व्यवसाय आगे बढ़ाना चाहते हैं जिनके पास जमीन खरीदने के लिए पर्याप्त पैसे नहीं है वह यहां आकर किराए पर जगह लेकर उद्योग स्थापित कर सकते हैं साथ ही इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर प्रोजेक्ट के अनुसार वे उत्पाद भी बना सकते हैं।


Conclusion: फ्लैट्टेड फैक्ट्री का एक ब्लॉक बनकर तैयार।

औद्योगिक क्षेत्र में प्रस्तावित केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर के तहत फ्लैट्टेड फैक्ट्री निर्माण का कार्य तीव्र गति से जारी है। अब तक फ्लैट्टेड फैक्ट्री का एक ब्लॉक बनकर तैयार हो गया है जहां जल्द ही आवंटन प्रक्रिया प्रोजेक्ट क्लीयरिंग कमिटी के द्वारा की जाएगी।

सैमसंग मोबाइल और शाओमी की बन रही असेंबलिंग

ईएमसी में अब तक कई कंपनियों को जमीन आवंटित कर दी गई है जहां निकट भविष्य में जल्द ही उत्पादन शुरू होगा वही फ्लैट्टेड फैक्ट्री में अब तक ब्रांडेड मोबाइल कंपनी शाओमी और सैमसंग मोबाइल कंपनी के असेंबलिंग लाइन के लिए प्रोजेक्ट को हरी झंडी दे दी गई है।

निश्चित तौर पर निकट भविष्य में फ्लैट्टेड फैक्ट्री कम पूंजी में उद्योग स्थापित करने वाले लोगों के लिए एक बेहतरीन विकल्प होगा ।तो वही कम जगह पर अधिक से अधिक उद्योग स्थापित होंगे और कई लोगों को रोजगार भी प्राप्त होगा।

बाइट- रंजना मिश्रा , जियाडा , क्षेत्रीय उपनिदेशक
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