सरायकेला: जिले के गम्हरिया स्थित निजी विद्यालय ज्ञान ज्योति पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल द्वारा अनुशासनहीनता मामले को लेकर छात्राओं की पिटाई और शोषण किए जाने का मामला सामने आने संबंधित खबर प्रमुखता से प्रकाशित करने का असर हुआ है. मामले को लेकर बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष और सदस्य ने स्कूल पहुंचकर मामले की पड़ताल की है.
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स्कूल में छात्राओं के साथ महिला प्रिंसिपल वंदना सिंह राय द्वारा मारपीट और सार्वजनिक रूप से प्रताड़ित किए जाने संबंधित मामला प्रकाशित होने के बाद हरकत में आए सरायकेला-खरसावां बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष रोहित महतो और सदस्य जुझार सोरेन ने स्कूल पहुंचकर स्कूल की प्रिंसिपल वंदना सिंह राय से जांच संबंधित बातचीत की. समिति की ओर से रिलीज जारी कर इस बारे में जानकारी दी गई है. जांच के दौरान समिति द्वारा पाया गया कि स्कूल के बाहर नाम का बोर्ड तक नहीं लगाया गया है, समिति द्वारा स्कूल के मान्यता प्राप्त होने संबंधित दस्तावेज की मांग किए जाने पर प्राचार्य द्वारा बताया गया की चैयरमैन बाहर हैं, उनके आने के बाद ही संबंधित कागजात उपलब्ध होंगे.
इधर बाल कल्याण समिति के दो सदस्य टीम ने प्रिंसिपल पर लगे आरोपों की जांच की, जिसे प्रिंसिपल वंदना सिंह राय द्वारा सिरे से खारिज किया गया, जबकि प्रताड़ित छात्राओं से जब समिति द्वारा पूछताछ की गई तो छात्राओं ने बताया कि प्राचार्य द्वारा मारपीट की गई थी. प्राचार्य वंदना सिंह राय ने अपनी सफाई में कहा है कि इन्होंने स्वयं छात्रों को स्कूल के शौचालय में शिक्षिकाओं के विरुद्ध अभद्र बातें लिखते पकड़ा था, जबकि छात्राओं द्वारा इसे सरासर गलत बताया गया. मामले को लेकर बाल कल्याण समिति द्वारा आगे भी जांच की जाएगी.
स्कूल चेयरमैन ने जांच में किया असहयोग: बाल कल्याण समिति द्वारा मामले की जांच को लेकर जब स्कूल में अनुपस्थित चैयरमैन श्रीराम यादव से फोन पर संपर्क किया गया तो काफी देर तक उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया, बाद में अन्य नंबर से कॉल करने पर उन्होंने फोन तो रिसीव किया लेकिन जांच समिति के सवालों का स्पष्ट जवाब नहीं दिया. समिति द्वारा लिखित रूप से बताया गया है कि शहर से बाहर होने का हवाला देते हुए अध्यक्ष ने जांच में असहयोग किया है, वहीं सीसीटीवी फुटेज पड़ताल संबंधित मामले में भी चैयरमैन का असहयोगात्मक रवैया रहा.