सरायकेला: जिले के कांड्रा पदमपुर गांव स्थित आधुनिक पावर प्लांट के सैकड़ों विस्थापितों ने शुक्रवार शाम कांड्रा टोल प्लाजा से गुजर रहे राज्य के परिवहन मंत्री चंपई सोरेन का काफिला रोक लिया. दरअसल, आधुनिक पावर प्लांट के सैकड़ों विस्थापित 10 साल से कंपनी की वादाखिलाफी से नाराज हैं. इसको लेकर उन्होंने मंत्री से मदद की गुहार लगाई है.
आधुनिक पावर प्लांट निर्माण के तहत विस्थापित किए गए दर्जनों गांव के ग्रामीणों ने कंपनी पर नौकरी, मुआवजा नहीं दिए जाने और वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए न्याय की गुहार लगाई है. मौके पर कांड्रा टोल प्लाजा से होकर गुजर रहे राज्य के परिवहन मंत्री चंपई सोरेन के काफिले को विस्थापित ग्रामीणों ने रोककर एक मांग पत्र सौंपा. इसके साथ ही उचित हक और मुआवजा देने की मांग की. विस्थापितों का नेतृत्व कर रहे पदमपुर गांव के विस्थापितों के अध्यक्ष कृष्णा बास्के ने बताया कि 10 साल से कंपनी संचालित है, लेकिन कंपनी निर्माण से पूर्व जमीन अधिग्रहण से लेकर विस्थापितों को मुआवजा और नौकरी देने के नाम पर कंपनी प्रबंधन लगातार ग्रामीणों को छलता आ रहा है. इसको लेकर अब ग्रामीण आर-पार लड़ाई को तैयार हैं. उन्होंने बताया कि अगर कंपनी प्रबंधन 8 फरवरी से पहले इनकी मांगें नहीं मानती है, तो विस्थापित उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे और कंपनी गेट के साथ चक्का जाम भी किया जाएगा.
यह भी पढ़ें: हफीजुल हसन बने हेमंत सरकार में मंत्री, मधुपुर विधानसभा सीट पर झामुमो की नजर
इधर, स्थानीय लोगों को सड़क किनारे खड़ा देखकर मंत्री चंपई सोरेन ने भी प्रोटोकॉल को तोड़ते हुए विस्थापितों की बात सुनी. मंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि कंपनी से विस्थापित हुए लोगों की मांग जायज हैं. जिला प्रशासन के प्रयास से विस्थापित और प्रभावित लोगों को उचित हक और मुआवजा दिलाए जाने का प्रयास किया जाएगा.