सरायकेला: साल का आखरी महीना चल रहा है. नया वर्ष जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है लोग छुट्टियां मनाने पर्यटन स्थलों की ओर जा रहे हैं. कोरोना काल के बावजूद गुलाबी सर्दी में चांडिल डैम में आसपास के क्षेत्र से बड़ी संख्या में सैलानी और पर्यटक रोजाना पहुंच रहे हैं, लेकिन सरकार की ओर से पिकनिक समेत नौका विहार को लेकर गाइडलाइन जारी नहीं किए जाने के कारण पर्यटन स्थल बंद होने से सैलानियों को मायूस लौटना पड़ रहा है.
लॉक डाउन के 9 महीने बाद भी सरायकेला के विख्यात पर्यटन स्थलों में से एक चांडिल डैम में अव्यवस्था का आलम है. नौका विहार स्थल पर वीरानी छाई हुई है. नौका विहार के मोटर बोट पड़े-पड़े खराब हो रहे हैं. चांडिल डैम में आसपास क्षेत्र के अलावा पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल और इससे सटे ओडिशा से भी सैलानियों का जत्था प्रतिवर्ष बड़ी तादाद में पहुंचता था लेकिन इस साल कोरोना के कारण सरकार की ओर से पिकनिक और बोटिंग के लिए गाइडलाइन जारी नहीं होने से आने वाले पर्यटकों में मायूसी का माहौल है.
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नौका विहार संचालक गाइडलाइन जारी करने की कर रहे मांग
कोरोना में 9 महीने से बंद पड़े चांडिल डैम का नौका विहार से जुड़े लोगों के आजीविका पर भी इसका काफी बुरा प्रभाव पड़ा है. गर्मियों के मौसम में यहां बोटिंग का लुत्फ उठाने दूर-दराज क्षेत्र से लोग आते थे, लेकिन इस वर्ष लॉकडाउन होने के कारण सैलानी नहीं आ सके. वहीं, अब-जब जनजीवन सामान्य हो रहा है और परिवहन शुरू हो गए हैं, तब धीरे-धीरे सैलानी और स्थानीय पर्यटकों की संख्या में इजाफा हो रहा है.
वहीं, सरकार ने फिलहाल नौका विहार संचालन की अनुमति नहीं दी है, जबकि नौका विहार से जुड़े लोग जो इस पर आश्रित हैं उन्हें आर्थिक समस्याओं से भी जूझना पड़ रहा है. इधर, नौका विहार संचालकों ने राज्य सरकार से अविलंब गाइडलाइन जारी करते हुए नौका विहार संचालन की अनुमति मांगी है.