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खरसावां गोलीकांड के शहीदों को CM ने किया नमन, कहा- परिजनों को देंगे सरकारी नौकरी और पेंशन - परिजनों को सरकारी नौकरी देने का वादा

राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने खरसावां गोलीकांड के शहीदों को नमन करते हुए श्रद्धांजलि दी. इस दौरान उन्होंने एक जनसभा को भी संबोधित किया और शहीद के परिजनों को नौकरी देने की भी बात कही.

Hemanat soren, हेमंत सोरेन
श्रद्धांजलि देते सीएम हेमंत सोरेन
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Published : Jan 1, 2020, 6:08 PM IST

सरायकेला: सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खरसावां गोलीकांड में शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि देने शहीद स्थल पहुंचे. जहां सबसे पहले मुख्यमंत्री ने शहीद बेदी पर शहीदों को नमन करते हुए पारंपरिक रीति-रिवाज के अनुसार श्रद्धा सुमन अर्पित किए. इसके बाद उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया और जूता कांड के सभी आरोपियों के केस वापस लेने की भी बात कही.

देखें पूरी खबर

जेएमएम विधायक रहे मौजूद
खरसावां शहीद स्थल पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ कोल्हान के 9 विधायक भी मौजूद रहे. जिन्होंने शहीद बेदी पर तेल अर्पण कर शहीदों को नमन किया, जिनमें मुख्य रूप से सरायकेला के विधायक चंपई सोरेन, खरसावां के विधायक दशरथ गगराई, ईचागढ़ की नवनिर्वाचित विधायक सविता महतो, जमशेदपुर पश्चिम कांग्रेस के विधायक बन्ना गुप्ता, चक्रधरपुर के विधायक सुखराम उरांव, चाईबासा विधायक दीपक बिरवा, मनोहरपुर विधायक जोबा माझी, मझगांव विधायक निरल पूर्ति मुख्य रूप से शामिल रहे.

ये भी पढ़ें- चिदंबरम बोले- सरकारी आंकड़ों में एनपीए का कम होना छलावा है

शहीदों को किया नमन
मुख्यमंत्री बनाने के बाद पहली बार खरसावां पहुंचे हेमंत सोरेन ने शहीदों को नमन करने के बाद शहीद पार्क के पास ही एक जनसभा को संबोधित किया. जहां मुख्यमंत्री का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया. आदि कल्याण समिति के तत्वाधान में आयोजित इस चुनावी जनसभा में मुख्यमंत्री को पारंपरिक आदिवासी टोपी देकर सम्मानित किया गया. इससे पूर्व मंच पर मंचासीन होने के पहले मुख्यमंत्री द्वारा रखे गए अलग कुर्सी को हेमंत सोरेन ने दरकिनार करते हुए अपने विधायकों के साथ ही कुर्सी पर बैठे.

जूता कांड के सभी आरोपियों को किया सम्मानित
1 जनवरी 2015 को खरसावां शहीद स्थल पर तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास पर शहीदों का अपमान करने के आरोप में स्थानीय लोगों द्वारा जूते-चप्पल फेंके जाने के सभी आरोपियों के ऊपर दर्ज मामले वापस लेने की बात कही. इस दौरान मुख्यमंत्री ने केस के मुख्य आरोपियों को मंच में बुलाकर सम्मानित भी किया.

उम्मीदों पर खरा उतरेगी सरकार
इधर, अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने राज्यवासियों को नए साल की शुभकामना देते हुए कहा कि जिस उम्मीद और विश्वास के साथ जनता ने सत्ता दिलाई है, उसे हर हाल में पूरा करूंगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के विरासत में इन्हें खाई मिली है मगर उम्मीदों पर भरसक खरा उतरने का प्रयास इनकी सरकार करेगी. मुख्यमंत्री ने सभा स्थल से लोगों को आश्वस्त किया कि अगले 5 सालों तक राज्य में कोई भी राज्य विरोधी काम नहीं किए जाएंगे.

ये भी पढ़ें- पुरानी विधानसभा इमारत में पारी की शुरुआत करेगी हेमंत सरकार, 6 से 8 जनवरी तक विधानसभा सत्र

शहीदों के परिजनों को मिलेगी नौकरी और पेंशन
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने खरसावां शहीद स्थल सभा में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड सरकार अब राज्य के सभी शहीदों को एक बार फिर से सम्मान देने का काम करेगी उन्होंने कहा कि खरसावां गोलीकांड हो या राज्य के अन्य घटनाएं जहां झारखंड के सपूत शहीद हुए हैं उनके परिजनों को चिन्हित किया जाएगा और ढूंढ-ढूंढ कर सरकार नौकरी और पेंशन देने का काम करेगी.

कई लोगों को दिलाई जेएमएम की सदस्यता
जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि साल का पहला दिन शहीदों के नाम पर सब एकत्रित हुए हैं. यह इस साल का सबसे बड़ा तोहफा है, वहीं उन्होंने कहा कि विकास के लिए कुछ समय और लगेगा जबकि उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार से सहयोग भी अपेक्षित है. इस मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दर्जनों नए लोगों को झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी की विधिवत सदस्यता दिलाई.

सरायकेला: सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खरसावां गोलीकांड में शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि देने शहीद स्थल पहुंचे. जहां सबसे पहले मुख्यमंत्री ने शहीद बेदी पर शहीदों को नमन करते हुए पारंपरिक रीति-रिवाज के अनुसार श्रद्धा सुमन अर्पित किए. इसके बाद उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया और जूता कांड के सभी आरोपियों के केस वापस लेने की भी बात कही.

देखें पूरी खबर

जेएमएम विधायक रहे मौजूद
खरसावां शहीद स्थल पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ कोल्हान के 9 विधायक भी मौजूद रहे. जिन्होंने शहीद बेदी पर तेल अर्पण कर शहीदों को नमन किया, जिनमें मुख्य रूप से सरायकेला के विधायक चंपई सोरेन, खरसावां के विधायक दशरथ गगराई, ईचागढ़ की नवनिर्वाचित विधायक सविता महतो, जमशेदपुर पश्चिम कांग्रेस के विधायक बन्ना गुप्ता, चक्रधरपुर के विधायक सुखराम उरांव, चाईबासा विधायक दीपक बिरवा, मनोहरपुर विधायक जोबा माझी, मझगांव विधायक निरल पूर्ति मुख्य रूप से शामिल रहे.

ये भी पढ़ें- चिदंबरम बोले- सरकारी आंकड़ों में एनपीए का कम होना छलावा है

शहीदों को किया नमन
मुख्यमंत्री बनाने के बाद पहली बार खरसावां पहुंचे हेमंत सोरेन ने शहीदों को नमन करने के बाद शहीद पार्क के पास ही एक जनसभा को संबोधित किया. जहां मुख्यमंत्री का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया. आदि कल्याण समिति के तत्वाधान में आयोजित इस चुनावी जनसभा में मुख्यमंत्री को पारंपरिक आदिवासी टोपी देकर सम्मानित किया गया. इससे पूर्व मंच पर मंचासीन होने के पहले मुख्यमंत्री द्वारा रखे गए अलग कुर्सी को हेमंत सोरेन ने दरकिनार करते हुए अपने विधायकों के साथ ही कुर्सी पर बैठे.

जूता कांड के सभी आरोपियों को किया सम्मानित
1 जनवरी 2015 को खरसावां शहीद स्थल पर तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास पर शहीदों का अपमान करने के आरोप में स्थानीय लोगों द्वारा जूते-चप्पल फेंके जाने के सभी आरोपियों के ऊपर दर्ज मामले वापस लेने की बात कही. इस दौरान मुख्यमंत्री ने केस के मुख्य आरोपियों को मंच में बुलाकर सम्मानित भी किया.

उम्मीदों पर खरा उतरेगी सरकार
इधर, अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने राज्यवासियों को नए साल की शुभकामना देते हुए कहा कि जिस उम्मीद और विश्वास के साथ जनता ने सत्ता दिलाई है, उसे हर हाल में पूरा करूंगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के विरासत में इन्हें खाई मिली है मगर उम्मीदों पर भरसक खरा उतरने का प्रयास इनकी सरकार करेगी. मुख्यमंत्री ने सभा स्थल से लोगों को आश्वस्त किया कि अगले 5 सालों तक राज्य में कोई भी राज्य विरोधी काम नहीं किए जाएंगे.

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शहीदों के परिजनों को मिलेगी नौकरी और पेंशन
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने खरसावां शहीद स्थल सभा में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड सरकार अब राज्य के सभी शहीदों को एक बार फिर से सम्मान देने का काम करेगी उन्होंने कहा कि खरसावां गोलीकांड हो या राज्य के अन्य घटनाएं जहां झारखंड के सपूत शहीद हुए हैं उनके परिजनों को चिन्हित किया जाएगा और ढूंढ-ढूंढ कर सरकार नौकरी और पेंशन देने का काम करेगी.

कई लोगों को दिलाई जेएमएम की सदस्यता
जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि साल का पहला दिन शहीदों के नाम पर सब एकत्रित हुए हैं. यह इस साल का सबसे बड़ा तोहफा है, वहीं उन्होंने कहा कि विकास के लिए कुछ समय और लगेगा जबकि उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार से सहयोग भी अपेक्षित है. इस मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दर्जनों नए लोगों को झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी की विधिवत सदस्यता दिलाई.

Intro:राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन 1 जनवरी 1948 खरसावां गोलीकांड में शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि देने खरसावां स्थित शहीद स्थल पहुंचे, जहां सबसे पहले मुख्यमंत्री ने शहीद बेदी पर शहीदों को नमन करते हुए पारंपरिक रीति रिवाज के अनुसार श्रद्धा सुमन अर्पित किया।


Body:खरसावां शहीद स्थल पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ कोल्हान के 9 विधायक भी मौजूद रहे, जिन्होंने शहीद वेदी पर तेल अर्पण कर शहीदों को नमन किया ।जिनमें मुख्य रूप से सरायकेला के विधायक चंपई सोरेन ,खरसावां के विधायक दशरथ गगराई, इचागढ़ की नवनिर्वाचित विधायक सविता महतो, जमशेदपुर पश्चिम कांग्रेस के विधायक बन्ना गुप्ता, चक्रधरपुर के विधायक सुखराम उरांव, चाईबासा विधायक दीपक बिरवा, मनोहरपुर विधायक जोबा माझी, मझगांव विधायक निरल पूर्ति मुख्य रूप से शामिल रहे।

मुख्यमंत्री बनाने के बाद पहली बार खरसावां पहुँचे हेमंत सोरेन ने शहीदों को नमन करने के बाद शहीद पार्क के पास ही एक जनसभा को संबोधित किया ,जहां पहुंचने पर मुख्यमंत्री का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया। आदि कल्याण समिति के तत्वाधान में आयोजित इस चुनावी जनसभा में मुख्यमंत्री को पारंपरिक आदिवासी टोपी देकर सम्मानित किया गया, इससे पूर्व मंच पर मंचासीन होने के पहले मुख्यमंत्री द्वारा रखे गए अलग कुर्सी को हेमंत सोरेन ने दरकिनार करते हुए अपने विधायकों के साथ एक ही कुर्सी पर बैठे ।

जूता कांड के सभी आरोपियों के केस वापस मुख्यमंत्री ने किया सम्मानित।

1 जनवरी 2015 को खरसावां शहीद स्थल पर तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास पर शहीदों का अपमान करने के आरोप में स्थानीय लोगों द्वारा जूते-चप्पल फेंके जाने के सभी आरोपियों के ऊपर दर्ज मामले वापस लेते हुए मुख्यमंत्री ने केस के मुख्य आरोपियों को मंच पर बुलाकर सम्मानित किया।

इधर अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने राज्य वासियों को नए साल की शुभकामना देते हुए कहा कि जिस उम्मीद और विश्वास के साथ जनता ने सत्ता दिलाई है, उसे हर हाल में पूरा करूंगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के विरासत में इन्हें खाई मिली है मगर उम्मीदों पर भरसक खरा उतरने का प्रयास इनकी सरकार करेगी मुख्यमंत्री ने सभा स्थल से लोगों को आश्वस्त किया कि अगले 5 सालों तक राज्य में कोई भी राज्य विरोधी काम नहीं किए जाएंगे।


शहीदों के परिजनों को मिलेगी नौकरी और पेंशन।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने खरसावां शहीद स्थल सभा में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड सरकार अब राज्य के सभी शहीदों को एक बार फिर से सम्मान देने का काम करेगी उन्होंने कहा कि खरसावां गोलीकांड हो या राज्य के अन्य घटनाएं जहां झारखंड के सपूत शहीद हुए हैं उनके परिजनों को चिन्हित किया जाएगा और ढूंढ ढूंढ कर सरकार नौकरी और पेंशन देने का काम करेगी।


Conclusion:जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि साल का पहला दिन शहीदों के नाम पर सब एकत्रित हुए हैं यह इस साल का सबसे बड़ा तोहफा है, वहीं उन्होंने कहा कि विकास के लिए कुछ समय और लगेगा जबकि उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार से सहयोग भी अपेक्षित है । इस मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दर्जनों नए लोगों को झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी की विधिवत सदस्यता दिलाई।

बाइट- हेमंत सोरेन, मुख्यमंत्री , झारखंड
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