सरायकेला: जिले के एक निजी अस्पताल 111 सेव लाइफ के चेयरमैन डॉक्टर ओपी आनंद ने निजी और कॉरपोरेट अस्पताल पर गंभीर आरोप लगाते हुए सरकारी खजाना लूटने संबंधित आरोप लगाए हैं.
मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना में शामिल नहीं है कई बीमारी
मामले में डॉक्टर ओपी आनंद ने बताया कि शहर के कई कॉरपोरेट अस्पताल, जो मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना में निबंधित नहीं है, इसके बावजूद अस्पताल इस योजना में गलत तरीके से शामिल होकर बीमारियों के इलाज में सरकारी खजाने से पैसे की निकासी कर रहे हैं. उन्होंने संबंधित आरोपों के दस्तावेज प्रस्तुत कर बताया कि वर्तमान में कोल्हान के तीन ही अस्पताल इस समय मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना में निबंधित हैं, जिसमें 111 सेव लाइफ अस्पताल के अलावा जमशेदपुर स्थित टीएमएच और मेहरबाई अस्पताल शामिल है.
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अवैध राशि की निकासी
आयुष्मान योजना आने के बाद 3 बीमारियों को छोड़ कैंसर, किडनी और एसिड अटैक के अलावा सारी बीमारियों को मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना से बाहर कर दिया गया है, लेकिन शहर के कई कॉरपोरेट अस्पताल हृदय रोग और डायलिसिस के नाम पर इस योजना से अवैध राशि की निकासी कर रहे हैं, जबकि यह सभी अस्पताल इस योजना से बाहर हो चुके हैं.
प्रधान स्वास्थ्य सचिव से की शिकायत
अस्पताल संचालक डॉ ओपी आनंद ने गलत तरीके से सरकारी अवैध राशि निकासी मामले को लेकर चिन्हित कॉरपोरेट अस्पताल के विरुद्ध पीडीआर एक्ट के तहत कार्रवाई की मांग राज्य के प्रधान स्वास्थ्य सचिव डॉ नितिन मदन कुलकर्णी को पत्र लिखकर किया है. इसके अलावा इस सरकारी लूट के विरुद्ध इन्होंने पीआईएल दर्ज करने की भी बात कही है. उन्होंने कहा कि सिविल सर्जन कार्यालय की ओर से गठित 8 सदस्य टीम मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना की मॉनिटरिंग करती है.