सरायकेला: रेलवे निजीकरण के खिलाफ ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन की ओर से विरोध किया जा रहा है. इसी कड़ी में जिले के आदित्यपुर स्थित रेलवे कॉलोनी के शिव मंदिर परिसर में बैठक आयोजित की गई. इस दौरान सरकार की ओर से की जा रही रेलवे निजीकरण की नीतियों का विरोध किया गया.
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रेल निजीकरण के खिलाफ आंदोलन करने की रणनीति
केंद्र सरकार की ओर से देश के 109 रूटों पर 2023 से निजी रेल परिचालन की योजना बनाई गई है, जिसका ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टॉफ एसोसिएशन लगातार विरोध कर रहा है. एसोसिएशन की ओर से अपनी प्रमुख मांगों के साथ सरकार का लगातार ध्यान आकृष्ट कराया जा रहा है. इसी के तहत रविवार को बैठक आयोजित की गई. इस दौरान रेल निजीकरण के खिलाफ आंदोलन करने की रणनीति तैयार की गई. एसोसिएशन के जोनल महासचिव कामरेड पारस ने बताया कि सरकार निजीकरण के तहत मालगाड़ी परिचालन से लेकर स्टेशन पर रखरखाव का कार्य तक निजी कॉर्पोरेट कंपनियों को सौंपने की योजना बना रही है, जिससे आम आदमी ही प्रभावित होंगे. उन्होंने बताया कि रेल परिचालन के अलावा रेल कारखानों का निजीकरण किया जा रहा है.
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रेल कर्मचारियों में रोष
कामरेड पारस ने बताया कि 130 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रेन परिचालन करने वाले लोको पायलट को बॉक्स के स्थान पर खुद टूल किट ले जाने संबंधित कार्य दिए जा रहे हैं, जो अधिक भारी है. यही नहीं बकाया समेत ओवरटाइम को भी बंद किया जा रहा है, जिससे रेल कर्मचारियों में रोष व्याप्त है. इसे लेकर रेलकर्मी एसोसिएशन अपनी मांगों पर अडिग है. इस सभा में मुख्य रूप से विशिष्ट अतिथि के तौर पर कर्मचारी महासंघ के नेता कामरेड आरएन ठाकुर, मुख्य वक्ता के रूप में सीकेपी मंडल अध्यक्ष, कामरेड एएम हुमायूं, जोनल महासचिव पारस कुमार, जोनल अध्यक्ष पीके बोस समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे.