सरायकेला: जिले के आदित्यपुर नगर निगम के अपर नगर आयुक्त गिरजा शंकर प्रसाद साइबर क्राइम का शिकार होते बाल-बाल बचे. शुक्रवार को उन्होंने बताया कि उन्हें बीते 7 मई को प्रदीप चौरसिया नामक ठग ने मोबाइल नम्बर 9504552230 से फोन किया. उसने खुद के बारे एसबीआई रांची ब्रांच के असिस्टेंट मैनेजर बताते हुए कहा कि आपका सेविंग अकाउंट केवाईसी करना है.
इसपर अपर नगर आयुक्त ने कहा कि कितनी बार केवाईसी होती है. बैंक मैनेजर को पहले भी दस्तावेज दे दिया हूं. इसपर उसने कहा कि आप नेट बैंकिंग का इस्तेमाल करते हैं, इसके लिए 1840 रुपया प्रतिमाह कट रहा है. उसने कहा कि केवाईसी करने के बाद ही इसे बंद किया जा सकता है. इसके बाद आधार और पासबुक व्हाट्सएप पर भेजने को कहा. दिन भर ठग ने अपर नगर आयुक्त से ठगी का प्रयास करने को लेकर कई दस्तावेज और ओटीपी मंगवा लिए. अंत में जब एटीएम का पिन मांगा तो उन्हें संदेह हुआ. इसके बाद आदित्यपुर बाजार ब्रांच के मैनेजर अमित कुमार से सम्पर्क कर पूरी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि प्रदीप चौरसिया नाम का कोई रांची में असिस्टेंट मैनेजर नहीं है. अविलम्ब अमित कुमार ने अपर नगर आयुक्त खाता को होल्ड करवाया तथा एटीएम को ब्लॉक करवाया.
अपर नगर आयुक्त ने कहा कि ठग का बात करने के तरीका से कोई भी धोखा खा सकता है. वहीं खाता सम्बंधित काफी जानकारी उसने उन्हें बताया जिससे संदेह होता है कि ठग का कहीं ना कहीं ब्रांच से कोई लिंक होगा. उन्होंने लोगों से अपील की है कि वर्तमान समय में ठग अकाउंट से पैसे निकाल लेने के लिए कई तरह से साइबर ठगी का काम कर रहा है. इसलिए इनसे सावधान रहने की जरूरत है.
आदित्यपुर नगर निगम के अपर नगर आयुक्त साइबर ठगी के शिकार होने बचे, लोगों को किया आगाह
आदित्यपुर नगर निगम के अपर नगर आयुक्त गिरजा शंकर प्रसाद साइबर ठगी के शिकार होने से बाल-बाल बचे. अकाउंट केवाईसी कराने के नाम पर ठगी की कोशिश की जा रही थी.
सरायकेला: जिले के आदित्यपुर नगर निगम के अपर नगर आयुक्त गिरजा शंकर प्रसाद साइबर क्राइम का शिकार होते बाल-बाल बचे. शुक्रवार को उन्होंने बताया कि उन्हें बीते 7 मई को प्रदीप चौरसिया नामक ठग ने मोबाइल नम्बर 9504552230 से फोन किया. उसने खुद के बारे एसबीआई रांची ब्रांच के असिस्टेंट मैनेजर बताते हुए कहा कि आपका सेविंग अकाउंट केवाईसी करना है.
इसपर अपर नगर आयुक्त ने कहा कि कितनी बार केवाईसी होती है. बैंक मैनेजर को पहले भी दस्तावेज दे दिया हूं. इसपर उसने कहा कि आप नेट बैंकिंग का इस्तेमाल करते हैं, इसके लिए 1840 रुपया प्रतिमाह कट रहा है. उसने कहा कि केवाईसी करने के बाद ही इसे बंद किया जा सकता है. इसके बाद आधार और पासबुक व्हाट्सएप पर भेजने को कहा. दिन भर ठग ने अपर नगर आयुक्त से ठगी का प्रयास करने को लेकर कई दस्तावेज और ओटीपी मंगवा लिए. अंत में जब एटीएम का पिन मांगा तो उन्हें संदेह हुआ. इसके बाद आदित्यपुर बाजार ब्रांच के मैनेजर अमित कुमार से सम्पर्क कर पूरी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि प्रदीप चौरसिया नाम का कोई रांची में असिस्टेंट मैनेजर नहीं है. अविलम्ब अमित कुमार ने अपर नगर आयुक्त खाता को होल्ड करवाया तथा एटीएम को ब्लॉक करवाया.
अपर नगर आयुक्त ने कहा कि ठग का बात करने के तरीका से कोई भी धोखा खा सकता है. वहीं खाता सम्बंधित काफी जानकारी उसने उन्हें बताया जिससे संदेह होता है कि ठग का कहीं ना कहीं ब्रांच से कोई लिंक होगा. उन्होंने लोगों से अपील की है कि वर्तमान समय में ठग अकाउंट से पैसे निकाल लेने के लिए कई तरह से साइबर ठगी का काम कर रहा है. इसलिए इनसे सावधान रहने की जरूरत है.