सरायकेला: कोरोना के चलते पूरे देश में हाहाकार मचा है और हर दिन ऑक्सजीन की कमी के चलते कई लोग दम तोड़ रहे हैं. ज्यादातर राज्य के अस्पतालों में ऑक्सीजन की भारी किल्लत है. सप्लाई से कई गुना ज्यादा ऑक्सीजन की डिमांड है. ऐसे में सरायकेला जिले के औद्योगिक क्षेत्र में अब 24 घंटे मेडिकल ऑक्सीजन का उत्पादन हो रहा है. इंडस्ट्रियल ऑक्सीजन के उत्पादन को फिलहाल रोक दिया गया है. मेडिकल ऑक्सीजन के उत्पादन के लिए मजदूर दिन रात काम कर रहे हैं ताकि कोरोना मरीजों की जान बचाई जा सके.
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कोरोना मरीजों की जान बचाना प्राथमिकता
सरायकेला औद्योगिक क्षेत्र एशिया का सबसे बड़ा लघु औद्योगिक क्षेत्र है और यहां ऐसे उद्योग भी हैं जो लगातार मेडिकल ऑक्सीजन का निर्माण करते हैं. यहां हो रहे ऑक्सीजन उत्पादन की वजह से कोल्हान प्रमंडल के सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है. यहां काम करने वाले मजदूर बताते हैं कि खाना खाने के लिए भी ज्यादा समय नहीं लेते हैं और ऑक्सीजन के उत्पादन के लिए लगातार तत्पर हैं. कोरोना मरीजों की जान बचाना प्राथमिकता है और वर्तमान हालात को देखते हुए ज्यादा से ज्यादा ऑक्सीजन उत्पादन का लक्ष्य तय करते हैं.
पर्याप्त ऑक्सीजन उपलब्ध कराने की कोशिश
कंपनी के मैनेजर अमरेंद्र पांडे बताते हैं कि 250 यूनिट प्रति घंटे के हिसाब से उत्पादन हो रहा है. अलग से स्टोरेज टैंक भी रखे हैं. अगर प्लांट में कोई दिक्कत आती है तो स्टोरेज टैंक से ऑक्सीजन की सप्लाई जारी रहेगी. उपायुक्त ने बताया कि जिले के सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन को लेकर वे लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं. स्थानीय उद्योगों के साथ-साथ सामाजिक संगठनों के माध्यम से ऑक्सीजन गैस सिलेंडर उपलब्ध कराए जा रहे हैं. यह कोशिश है कि कोरोना मरीज को किसी भी हाल में दिक्कत न हो. सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन की सप्लाई जारी है.