साहिबगंजः शहरी पेयजल आपूर्ति योजना के तहत दिसंबर तक लोगों को डोर-टू-डोर शुद्ध पेयजल मिलना था, लेकिन कोरोना की वजह से काम ठप हो गया. यही वजह है योजना का निर्माण करने वाली कंपनी ससमय काम पूरा नहीं कर पाई. लेकिन एक बार फिर राज्य सरकार ने इसे पूरा करने का जिम्मा लिया है और काम को शुरू करवा दिया है.
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शहर पेयजलापूर्ति योजना का काम शुरू
2012 में शहर पेयजलापूर्ति योजना की शुरुआत हुई. लेकिन कोरोना की वजह से कंपनी ने इसे अधूरा छोड़ दिया और काम ठप हो गया, लेकिन एक बार फिर बनारस की कंपनी को 22 करोड़ की लागत से इस अधूरे काम को पूरा करने का लक्ष्य मिला है. साइड इंचार्ज ने कहा कि काम प्रगति पर है कई जगह काम चल रहा है. कोरोना काल में मेटेरियल नहीं मिल रहा था और मजदूर भी नहीं आ रहे थे, इसलिए दिसंबर तक कार्य पूरा नहीं हो पाया. 6 महीने की अवधि के अंदर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.