साहिबगंजः महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की आत्महत्या मामले में उसके परिजनों के बयान तीसरी बार भी रांची में दर्ज नहीं हो सके. साहिबगंज से परिजनों का बयान लेने रांची गये सदर एसडीपीओ राजेंद्र दुबे बरहरवा, एसडीपीओ प्रमोद कुमार मिश्रा एवं केस के अनुसंधानकर्ता सह नगर इंस्पेक्टर शशि भूषण चौधरी रांची के रातू थाना पहुंचे.
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पुलिस सूत्रों ने बताया कि वहां से बयान देने के लिए रूपा के पिता देवानंद को मोबाइल पर कॉल कर आग्रह किया गया. रूपा के पिता ने कहा कि उनकी पत्नी पद्मावती उराईन की तबीयत खराब है वह रांची के ही एक अस्पताल में इलाज करवा रहे हैं.
लिहाजा हुए बयान देने नहीं आ सकते. साहिबगंज पुलिस दोबारा कोशिश के लिए रांची में रुक गई है. पुलिस सूत्रों के अनुसार पुलिस परिजनों का बयान लेने के लिए अगले एक-दो दिनों में दोबारा प्रयास किया जाएगा.
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इसके पहले 19 मई और 16 मई को बयान लेने की कोशिश की गई थी, लेकिन खाली हाथ लौटना पड़ा था. ग्रामीणों ने भारी विरोध किया था. गो बेक साहिबगंज पुलिस के नारा लगाए थे. अब तीसरी बार कोशिश जारी है. पुलिस सूत्रों के अनुसार रूपा तिर्की आत्महत्या केस मामले में परिजन का बयान लेना काफी अहम है.
परिजन के बयान लेने के बाद आगे की कार्रवाई जारी होगी. पुलिस सूत्रों के अनुसार तिर्की के परिजन और ग्रामीण बयान देने से इंकार कर रहे हैं. साहिबगंज पुलिस का जबरदस्त विरोध कर रहे इन सभी का कहना है कि रूपा तिर्की की हत्या हुई है और उच्चस्तरीय जांच अर्थात सीबीआई से कराने की मांग पर अड़े हुए हैं.