साहिबगंज: झारखंड में आईएएस पूजा सिंघल पर ईडी जांच से सियासत गर्माई हुई है. ईडी की जांच के दौरान मनरेगा घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में निलंबित आईएएस पूजा सिंघल के बाद जांच की आंच विभिन्न जिलों को डीएमओ तक पहुंच गई है. इस सूची में झारखंड संथाल परगना के तीन जिला खनन पदाधिकारी तक जांच की आंच पहुंचने के बाद अब जांच की लपट मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा की ओर बढ़ने की चर्चाओं का बाजार गर्म है. इसको लेकर साहिबगंज में तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रहीं हैं. इस बीच एक सवाल के जवाब में पंकज मिश्रा ने मीडिया से कहा कि में सभी आरोपों का जवाब देने के लिए ईडी के समन का इंतजार कर रहा हूं.
चर्चा है कि पिछले दिनों पाकुड़ और दुमका के डीएमओ ने ईडी के सामने स्वीकार किया है कि संथाल परगना में मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा का सिक्का चलता है. आरोप है कि उनके इशारे पर ही अवैध खनन से उगाही का हिस्सा पूजा सिंघल से होते हुए बड़े नेताओं तक पहुंचता है. यह भी चर्चा है कि दोनों पदाधिकारियों ने यहां तक स्वीकार किया है कि संथाल परगना से अवैध तरीके से बिना चालान के पत्थर, चिप्स, बालू, प. बंगाल ले जाया जाता है. गो तस्करी में भी पंकज मिश्रा और ग्रामीण विकास मंत्री के एक करीबी का नाम आने की भी चर्चा है. इस तरह पंकज मिश्रा के ईडी की रडार पर आने की अटकलें लग रहीं हैं.
इसी सिलसिले में बरहेट विधायक सह सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा ने एक सवाल के जवाब में पत्रकारों से कहा कि मैं ईडी के समन का इंतजार कर रहा हूं, मैं कोई भगोड़ा नहीं हूं जो ईडी के डर से भाग जाए. मेरे ऊपर लगे सभी इल्जाम का जवाब ईडी को देने को तैयार हूं. उन्होंने मीडिया से कहा कि केंद्र सरकार दुर्भावना से ग्रसित होकर गैर भाजपा शासित राज्यों में संस्था का दुरुपयोग कर रही है. आने वाले समय में जनता बीजेपी को जवाब देगी. हमारे झारखंड के मुख्यमंत्री युवा हैं और उनकी कार्य प्रणाली को देखते हुए भाजपा डर गई है.