साहिबगंजः झारखंड में कालाजार उन्मूलन को लेकर लगातार कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. प्रदेश में सरकारी स्तर पर कालाजार उन्मूलन कार्यक्रम हर जिला में आयोजित हो रहे हैं. इसी कड़ी में सोमवार को झारखंड राज्य वेक्टर बॉर्न रोग कंट्रोल विभाग के पदाधिकारी डॉ. अनिल कुमार अपनी दो सदस्यीय टीम के साथ साहिबगंज पहुंचे. उन्होंने जिला के स्वास्थ्य पदाधिकारियों के साथ जिला की स्वास्थ्य समस्याओं पर चर्चा की (Program regarding eradication of Kala azar in Sahibganj).
इसे भी पढ़ें- केंद्रीय स्वास्थ्य टीम का पाकुड़ दौरा, कालाजार प्रभावित गांवों का किया निरीक्षण
साहिबगंज में कालाजार उन्मूलन पर चर्चाः जिला स्तरीय प्रशिक्षण संयुक्त स्वास्थ्य विभाग के सभागार में झारखंड राज्य वेक्टर बॉर्न रोग कंट्रोल विभाग की ओर से आए पदाधिकारी डॉ. अनिल कुमार अपने दो सहयोगियों के साथ हिस्सा लिए. इस प्रशिक्षण में जिला स्तर के सभी सीएचसी व पीएचसी से एक एक एएनएम ने भी भाग लिया. इस कार्यक्रम में जिला में कालाजार, फलेरिया व मलेरिया उन्मूलन को लेकर चर्चा हुई.
जिला को इन सभी बीमारी से कैसे निजात दिलाई जाए, इसे लेकर कई बिंदुओं पर स्वास्थ्य विभाग के जुड़े एएनएम और कर्मियों को बताया गया. सभी को निर्देश दिया गया कि कालाजार जैसी बीमारी से कोई ग्रसित ना हो इस दिशा में काम करना है, अपने अपने क्षेत्र से ऐसे केस को चिन्हित कर निकालें. जिला में केस नहीं मिलने के बाद ही साहिबगंज जिला को कालाजार मुक्त घोषित किया जा सकता है.
कालाजार मरीज को ठीक होने के बाद मिलेगा 7100 रुपयाः नोडल ऑफिसर डॉ. अनिल कुमार ने कहा कि इस बीमारी को रोकना असंभव है लेकिन हमारे प्रयास और आम लोगों के सहयोग से जिला से कालाजार का खात्मा किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि इस बीमारी से ग्रस्त मरीज का सही इलाज हो, वेक्टर पर कंट्रोल सही तरीके से हो, साहिबगंज कालाजार उन्मूलन के कगार पर है.
उन्होंने बताया कि तीन साल तक इसका फॉलोअप किया जाता है, उसके बाद भारत सरकार से कालाजार उन्मूलन की दिशा में फैसला किया जाता है, जिला और राज्य स्तर पर इसके लिए प्रयास जारी हैं. उन्होंने बताया कि कालाजार से पीड़ित मरीज के इलाज के बाद राज्य सरकार 7 हजार 100 रुपया देने का प्रावधान हुआ है. उन्होंने आश्वस्त किया है कि संथाल परगना का साहिबगंज, पाकुड़, गोड्डा व दुमका को जल्द कालाजार मुक्त कर दिया जाएगा. इसके बाद धीरे धीरे झारखंड में कालाजार (Kala azar in Jharkhand) का भी खात्मा कर दिया जाएगा.