साहिबगंज: चक्रवाती तूफान यास (yaas cyclone) का संथाल परगना में सबसे अधिक साहिबगंज में असर देखने को मिला है. जिला मुख्यालय की बात करें तो करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है. शहर के सैकड़ों दुकानों में पानी घुसने की वजह से काफी क्षति पहुंची है. लोगों के घरों में में भी पानी घुसने से लाखों रुपए का सामान सड़ चुका है. दूसरी तरफ इस तूफान से बरहरवा और फरक्का (बंगाल) के बीच सड़क टूटने की वजह से आज झारखंड और प. बंगाल के बीच संपर्क पूरी तरह से टूट चुका है. व्यावसायिक वर्ग को रोजाना नुकसान सहना पड़ रहा है. दोनों राज्यों को आज भी राजस्व की क्षति पहुंच रही है.
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चक्रवात यास से फेरी सेवा घाट का परिचालन संभव
एक तरफ चक्रवाती तूफान से जिला वासियों को क्षति हुई है, तो दूसरी तरफ वरदान भी साबित हुआ है. काफी लंबे समय के बाद साहिबगंज मुख्यालय के शकुंतला सहाय घाट से फेरी सेवा परिचालन शुरू हुआ है. इस चक्रवाती तूफान में मूसलाधार बारिश और पहाड़ से तेज रफ्तार में उतरा हुआ पानी के बहाव में गंगा में जमी गादजमीन बह गया. यही वजह है कि जहाज को आने और जाने में पर्याप्त पानी मिलने लगा है.
यात्रियों का कहना है कि स्टेशन से मात्र 2 किलोमीटर की दूरी पर याद हाट है. इस घाट से यात्री जहाज चालू होने से काफी खुश हैं. साहिबगंज और मनिहारी के बीच का दूरी गंगा के रास्ते कम हो गई है. दूसरी बात पहले साहिबगंज स्टेशन से समदा घाट तक जाने में टैंपू का भाड़ा अधिक लगता था. अब वह भाड़ा नहीं लगता है. लोग पैदल स्टेशन से चलकर पहुंच जाते हैं. निश्चित रूप से यहां से परिचालन होने से यात्रियों को राहत मिलेगी.