सहिबगज: चौथे दिन भी एनआरएचएम कर्मियों की हड़ताल जारी है. पिछले चार दिनों से अपनी मांगों को लेकर कर्मी कलमबद्ध हड़ताल पर बैठे हुए हैं. स्वास्थ्य कर्मियों का कहना है कि एनआरएचएम से जुड़ी सभी 9 प्रखंड के बीपीएम, एमपीडब्ल्यू, जिला स्तर पर डीपीएम, डाटा मैनेजर सहित दर्जनों स्वास्थ्य कर्मी हड़ताल पर हैं. हमारी मांग है कि समान काम का समान वेतन मिले और दूसरी बात सरकार इस बार स्थायी करने का आश्वासन दे, वरना हम हड़ताल जारी रखेंगे.
उनका कहना कि जिला में चल रहे सभी योजनाओं को गांवों और पहाड़ों पर भी जाकर योजना के विषय में बताते हैं. मलेरिया, डेंगू, डीटीटी का छिड़काव या जिला स्तर पर जिला स्तर पर चल रही योजना का देखरेख जिला प्रोग्राम मैनेजर हो, डाटा मैनेजर की बात हो या अन्य विभाग से जुड़ी दर्जनों सवास्थ्य कर्मी से काम प्रभावित है. फिर भी सरकार कुम्भकर्णी नींद से नही जग रही है.
सिविल सर्जन ने यह मना है कि जैसे जैसे हड़ताल की अवधि बढ़ रही है वैसे ही परेशानियां भी बढ़ रही हैं. क्योंकि स्वास्थ्य विभाग में डाक्टरों की घोर कमी है. ऐसे में इनके अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने से सारा काम ठप हो गया है. जिला स्तर से लेकर प्रखंड स्तर से गांव तक स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है. लगातार जिला में कई कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं. सारा काम ठप पड़ने से परेशानी नजर आने लगी है.
ये भी पढ़ें- अब दुर्गम इलाकों के मरीजों को मिलेगी राहत, बाइक एंबुलेंस पहुंचाएगी अस्पताल
अब देखना होगा की जिला प्रशासन और सरकार इनकी हड़ताल पर क्या पहल करती है. अगर इस बार सरकार द्वारा कोई एक्शन नहीं लिया गया तो इन कर्मियों की हड़ताल जारी रहेगी.