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एनआरएचएम कर्मी की हड़ताल चौथे दिन भी जारी, चरमराई स्वास्थ्य व्यवस्था - स्वास्थ्य विभाग

लगातार चौथे दिन एनआरएचएम कर्मियों की हड़ताल जारी है. कर्मी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर कलमबद्ध हड़ताल पर बैठे हुए है.  इस बार सरकार से अपनी मांगों को मनवाने पर अड़े हुए है. जबतक सरकार इनके हित में फैसला नहीं ले लेती है तब तक अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने की घोषणा की है.

एनआरएचएम कर्मी की हड़ताल चौथा दिन जारी स्वास्थ्य विभाग चरमराया
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Published : Jul 28, 2019, 12:01 AM IST

सहिबगज: चौथे दिन भी एनआरएचएम कर्मियों की हड़ताल जारी है. पिछले चार दिनों से अपनी मांगों को लेकर कर्मी कलमबद्ध हड़ताल पर बैठे हुए हैं. स्वास्थ्य कर्मियों का कहना है कि एनआरएचएम से जुड़ी सभी 9 प्रखंड के बीपीएम, एमपीडब्ल्यू, जिला स्तर पर डीपीएम, डाटा मैनेजर सहित दर्जनों स्वास्थ्य कर्मी हड़ताल पर हैं. हमारी मांग है कि समान काम का समान वेतन मिले और दूसरी बात सरकार इस बार स्थायी करने का आश्वासन दे, वरना हम हड़ताल जारी रखेंगे.

देखें पूरी खबर


उनका कहना कि जिला में चल रहे सभी योजनाओं को गांवों और पहाड़ों पर भी जाकर योजना के विषय में बताते हैं. मलेरिया, डेंगू, डीटीटी का छिड़काव या जिला स्तर पर जिला स्तर पर चल रही योजना का देखरेख जिला प्रोग्राम मैनेजर हो, डाटा मैनेजर की बात हो या अन्य विभाग से जुड़ी दर्जनों सवास्थ्य कर्मी से काम प्रभावित है. फिर भी सरकार कुम्भकर्णी नींद से नही जग रही है.


सिविल सर्जन ने यह मना है कि जैसे जैसे हड़ताल की अवधि बढ़ रही है वैसे ही परेशानियां भी बढ़ रही हैं. क्योंकि स्वास्थ्य विभाग में डाक्टरों की घोर कमी है. ऐसे में इनके अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने से सारा काम ठप हो गया है. जिला स्तर से लेकर प्रखंड स्तर से गांव तक स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है. लगातार जिला में कई कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं. सारा काम ठप पड़ने से परेशानी नजर आने लगी है.

ये भी पढ़ें- अब दुर्गम इलाकों के मरीजों को मिलेगी राहत, बाइक एंबुलेंस पहुंचाएगी अस्पताल

अब देखना होगा की जिला प्रशासन और सरकार इनकी हड़ताल पर क्या पहल करती है. अगर इस बार सरकार द्वारा कोई एक्शन नहीं लिया गया तो इन कर्मियों की हड़ताल जारी रहेगी.

सहिबगज: चौथे दिन भी एनआरएचएम कर्मियों की हड़ताल जारी है. पिछले चार दिनों से अपनी मांगों को लेकर कर्मी कलमबद्ध हड़ताल पर बैठे हुए हैं. स्वास्थ्य कर्मियों का कहना है कि एनआरएचएम से जुड़ी सभी 9 प्रखंड के बीपीएम, एमपीडब्ल्यू, जिला स्तर पर डीपीएम, डाटा मैनेजर सहित दर्जनों स्वास्थ्य कर्मी हड़ताल पर हैं. हमारी मांग है कि समान काम का समान वेतन मिले और दूसरी बात सरकार इस बार स्थायी करने का आश्वासन दे, वरना हम हड़ताल जारी रखेंगे.

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उनका कहना कि जिला में चल रहे सभी योजनाओं को गांवों और पहाड़ों पर भी जाकर योजना के विषय में बताते हैं. मलेरिया, डेंगू, डीटीटी का छिड़काव या जिला स्तर पर जिला स्तर पर चल रही योजना का देखरेख जिला प्रोग्राम मैनेजर हो, डाटा मैनेजर की बात हो या अन्य विभाग से जुड़ी दर्जनों सवास्थ्य कर्मी से काम प्रभावित है. फिर भी सरकार कुम्भकर्णी नींद से नही जग रही है.


सिविल सर्जन ने यह मना है कि जैसे जैसे हड़ताल की अवधि बढ़ रही है वैसे ही परेशानियां भी बढ़ रही हैं. क्योंकि स्वास्थ्य विभाग में डाक्टरों की घोर कमी है. ऐसे में इनके अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने से सारा काम ठप हो गया है. जिला स्तर से लेकर प्रखंड स्तर से गांव तक स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है. लगातार जिला में कई कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं. सारा काम ठप पड़ने से परेशानी नजर आने लगी है.

ये भी पढ़ें- अब दुर्गम इलाकों के मरीजों को मिलेगी राहत, बाइक एंबुलेंस पहुंचाएगी अस्पताल

अब देखना होगा की जिला प्रशासन और सरकार इनकी हड़ताल पर क्या पहल करती है. अगर इस बार सरकार द्वारा कोई एक्शन नहीं लिया गया तो इन कर्मियों की हड़ताल जारी रहेगी.

Intro:एनआरएचएम कर्मी की हड़ताल चौथा दिन जारी। स्वास्थ्य विभाग चरमराया। सीएस ने किया दावा। जिला में सभी चलाये जा रहे कार्यक्रम हुआ बंद



Body:एनआरएचएम कर्मी की हड़ताल चौथा दिन जारी। स्वास्थ्य विभाग चरमराया। सीएस ने किया दावा।
स्पेशल स्टोरी- सहिबगज-- आज लगातार एनआरएचएम कर्मी का चौथा दिन हड़ताल जारी है। अपनी विभिन्न मांगों को लेकर कलमबद्ध हड़ताल पर बैठे हुए है। इस बार सरकार से अपनी मांगों को मनवाने पर अड़े हुए है। जबतक सरकार इनके हित मे फैसला नही ले लेती है तब तक अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने की घोषणा किया है।
स्वास्थ्य कर्मी का कहना है कि एनआरएचएम से जुड़ी सभी 9 प्रखण्ड के बीपीएम,एमपीडब्ल्यू,जिला स्तर पर डीपीएम, डाटा मैनेजर सहित दर्जनों स्वास्थ्य कर्मी हड़ताल पर है। हमारी मांग है समान काम का समान वेतन मिले और दूसरी बात सरकार इस बार स्थायी करने का आश्वासन दे।वरना हम हड़ताल जारी रखेंगे।
कहा कि जिला में चल रहे सभी योजनाओं को गॉव गॉव और पहाड़ों पर भी जाकर योजना के विषय मे बताते है मलेरिया ,डेंगू,डीटीटी का छिड़काव या जिला स्तर पर जिला स्तर पर चल रही योजना का देखरेख जिला प्रोग्राम मैनेजर हो डाटा मैनेजर की बात हो या अन्य विभाग से जुड़ी दर्जनों सवास्थ्य कर्मी से काम प्रभावित है। फिर भी सरकार कुम्भकर्णी नींद से नही जग रही है।
बाइट- गोला मंडल,विजय तिवारी
सिविल सर्जन ने यह मना है की जैसे जैसे हड़ताल की अवधि बढ़ रही है परेशानी बढ़ रही है। क्योंकि स्वास्थ्य विभाग में हेंड की घोर कमी है वैसे में इनका अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने सारा काम ठप हो गया है जिला स्तर से लेकर प्रखंड स्तर से गॉव तक स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। लगातार जिला में कई कार्यक्रम चलाया जा रहा है। सारा काम ठप पड़ने से परेशानी नजर आने लगा है।
बाइट-दिलीप मुर्मू, सीएस ,सहिबगज


Conclusion:अब देखना होगा की जिला प्रशासन और सरकार इनके हड़तालों पर क्या पहल कर रही है।
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