साहिबगंज: सिद्धो कान्हू सभागार में पंचायती राज पदाधिकारियों ने जिला के सभी पंचायत के मुखिया के साथ बैठक की. इस बैठक में आए हुए फण्ड को खर्च करने की तकनीकी जानकारी मुखिया को दी गई.
बैठक में पंचायतों में जल संरक्षण और स्ट्रीट लाइट लगाने को लेकर बताया जा रहा था. मुखिया को सभी तकनीकी चीजों की जानकारी दी जा रही थी, लेकिन बैठक में अचानक माहौल बिगड़ गया. पदाधिकारी द्वारा यह कहा गया कि पंचायत सचिव सरकारी कर्मी होते हैं, योजना की जवाबदेही इनकी कंधों पर होगी न कि मुखिया पर. अधिकारियों द्वारा कहा गया कि पंचायत सचिव को जो अच्छा लगेगा वो काम करेगा, मुखिया सिर्फ उस फंड पर हस्ताक्षर करने का काम करेगा, इसके बाद ही मुखिया संघ ने हंगामा करना शुरु कर दिया.
मुखिया संघ के जिला अध्यक्ष का कहना है कि पंचायती राज पदाधिकारी ने मुखिया के सम्मान को ठेस पहुंचाया है. इनकी नजर में मुखिया जनप्रतिनिधि कुछ भी नहीं है. योजना और स्थल का चयन ग्रामीण के बजाय अब सचिव करेंगे जो गलत है.
वहीं, पंचायती राज पदाधिकारी ने इस बात से इनकार करते हुए कहा कि दिल को ठेस पहुंचने वाली कोई बात नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि सचिव सरकारी कर्मी होता है लेखा जोखा और रोकड़ पंजी इन्हीं के पास रहता है, यह अधिक जवाबदेह होते हैं और मुखिया इस बात को गलत समझ बैठे हैं.