साहिबगंज: झारखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर बिगुल बज चुका है. निर्वाचन आयोग ने पांच चरणों में शांति पूर्ण वातावरण में चुनाव संपन्न कराने की घोषणा की. झारखंड में आचार संहिता लागू होने के साथ ही राजनीति सरगर्मी तेज हो चुकी हैं. ऐसे में राजमहल विधानसभा की बात की जाए तो इस बार इस सीट से प्रत्याशियों की दावेदारी बढ़ चुकी है. कोई बीजेपी के कद्दावर नेता तो कोई ने लंबे से बीजेपी की सेवा करने का दावा किया है, तो किसी ने अपने को आरएसएस से जोड़कर इस बार सीट के लिए दावेदारी पेश की हैं. वहीं, राजमहल विधायक अनंत ओझा भी अपने कार्यकाल की उपलब्धियों को गिनाते हुए नहीं थक रहे.
वहीं, झारखंड में आचार संहिता लागू होने के साथ ही चुनावी सरगर्मी तेज हो चुकी है. सभी इस विधानसभा सीट से अपनी उम्मीदवारी के लिए आलाकमान से मिल दावेदारी पेश कर रहे हैं.
राजमहल सीट से मोतीलाल सरकार की दावेदारी
राजमहल सीट से इस बार मोतीलाल सरकार भी इस सीट पर दावेदारी पेश कर रहे हैं. मोतीलाल का कहना है कि राजमहल विधानसभा क्षेत्र में 80 हजार से अधिक निषाद जाति वाले लोग हैं जो दो बार पूर्व विधायक को इसी समीकरण से जिताया गया था. इस बार निषाद जाति को हक मिले इसके लिए इस बार बीजेपी का आला कमान से अनुरोध करता हूं कि इस वर्ष राजमहल से प्रत्याशी बनाएं और जीत कर दिखाएंगे.
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राजमहल सीट से उज्ज्वल मंडल की दावेदारी
20 सूत्री उपाध्यक्ष उज्ज्वल मंडल का तो कहना है कि इस बार राजमहल विधानसभा क्षेत्र से तो वह भी उम्मीदवार के तौर पर खड़ा है. यदि टिकट मिलता है तो वह भी इस सीट से खड़ा उतरेंगे क्योंकि पार्टी में काफी लंबे समय से विभिन्न पदों पर रहकर से सेवा देने का काम किया है. लगातार प्रखंड स्तर पर बैठक की जा रही है और सभी बीजेपी कार्यकर्ता द्वारा नाम पर मुहर लगाने का हुंकार भी भर रहे हैं.
आनंद मोदी की दावेदारी
बीजेपी के वरिष्ठ नेता आनंद मोदी का कहना है कि इस बार वह भी राजमहल विधानसभा के उम्मीदवारी को लेकर रेष है. लगातार मुख्यमंत्री और आलाकमान से संपर्क हो रहा है, सभी ने आशीर्वाद देने का भरोसा दिलाया है. यदि इस सीट से उम्मीदवारी पार्टी बनाती है तो वह भी माली का एक फूल बनकर राजमहल पिछड़ा जिला को सेवा देने का काम करेंगे.
नित्यानंद की दावेदारी
वहीं, आरएसएस से जुड़े कार्यकर्ता नित्यानंद ने भी कहा कि 2014 से राजमहल विधानसभा सीट के लिए प्रयासरत हूं और इस वर्ष भी उम्मीदवारी के लिए प्रयासरत हूं. वह प्रयास कर रहें है क्योंकि इस लोकतंत्र में सबको अपना हक मांगने, अपनी बात रखने का अधिकार है, इसलिए वह भी स्वतंत्र रूप से अपने विचार पार्टी आलाकमान के समक्ष रखते हैं. अब समय बताएगा राजमहल विधानसभा सीट किसकी झोली में जाता है.
विधायक अनंत ओझा ने क्या कहा
राजमहल निवर्तमान विधायक भी अपनी जीत को लेकर अस्वस्थ हैं. उन्होंने कहा कि झारखंड में जीतने विधानसभा हैं, उनमें से सबसे अधिक राजमहल विधानसभा में काम हुआ है. अपनी उपलब्धि को गिनाते हुए कहा कि राजमहल विधानसभा क्षेत्र में उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान सड़कों का जाल बिछाया 3 ओवर ब्रिज भी बनवाया है. प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के दिए गए योजना को धरातल पर शत-प्रतिशत उतारा जाएगा. पॉलिटेक्निक कॉलेज हो या महिला कॉलेज या अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह या अंतरराष्ट्रीय बस अड्डा इन सभी योजनाओं को निष्पक्ष रुप से धरातल पर उतारा गया.
राजमहल निवर्तमान विधायक ने कहा कि बिजली की जो भी समस्या थी आज के दिन खत्म हो चुकी हैं. राजमहल विधानसभा क्षेत्र में 22 घंटे बिजली मिलती है, दर्जनों पावर और सभी स्टेशन का उद्घाटन किया. वहीं, गांव-गांव में ट्रांसफार्मर लगवाया गया. विधायक ने कहा कि जनता का प्यार फिर से मिलता है तो उनका विश्वास है कि जो भी अधूरे काम रह गए हैं, उसे जरुर पूरा किया जाएगा.