साहिबगंज: झारखंड का साहिबगंज सुदूरवर्ती और पिछड़ा जिला है, लेकिन आने वाले समय में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर साहिबगंज को एक नई पहचान मिलने जा रही है. लगभग 300 करोड़ की लागत से मल्टी मॉडल टर्मिनल बनने के बाद अब लॉजिस्टिक पार्क के दूसरे चरण का काम शुरू होने जा रहा है. भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (आईडब्लूएआई) ने जिला प्रशासन से 120 एकड़ की जमीन की मांग की है. इस एवज में जिला प्रशासन को 27 करोड़ रुपये भी मुहैया करा दिए गए हैं, ताकि भूमि अधिग्रहण में रैयतों को मुआवजा दिया जा सके.
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लॉजिस्टिक पार्क खुलने से साहिबगंज को एक अलग पहचान मिलेगी, क्योंकि लॉजिस्टिक पार्क में बड़ी-बड़ी कंपनियां, ऑयल डिपो समेत प्रोसेसिंग यूनिट लगाए जाएंगे. झारखंड के खनिज संपदा और खाद्य पदार्थ से प्रोडक्ट तैयार होकर बंदरगाह के रास्ते बंगाल के हल्दिया से लेकर बनारस तक आसानी से जा सकता है. इस लॉजिस्टिक पार्क से प्रोडक्ट अन्य देशों नेपाल, भूटान, चीन, बांग्लादेश में भी निर्यात होगा. झारखंड राज्य को इस बंदरगाह से सबसे अधिक राजस्व की प्राप्ति होने की संभावना है. आने वाले समय में झारखंड समृद्ध और विकसित राज्य होगा.