साहिबगंज: भारत सरकार ने किसानों की समस्या को दूर करने और वैज्ञानिक तरीके से खेती को प्रोत्साहित करने के उदेश्य से किसान सारथी ऐप लॉन्च किया है. अभी तक बिहार सहित 6 राज्यों में इसकी शुरुआत की गई है. एक अप्रैल 2022 से झारखंड के सभी जिला में यह चालू हो गया है. इसके लिए प्रत्येक जिला में चल रहे कृषि विज्ञान केंद्र से जोड़कर किसान को इस डिजिटल ऐप से रजिस्टर्ड करना है. प्रथम चरण में एक हजार किसान को इस ऐप से जोड़ना है. इस कार्य के लिए प्रशिक्षण प्राप्त कृषि वैज्ञानिक बीके मेहता को नोडल पदाधिकारी बनाया गया है. सहयोगी के तौर पर वैज्ञानिक माया कुमारी और कौशिक प्रसाद भी रहेंगे. सभी लोग किसानों की समस्या का निदान ओर उचित सलाह सारथी ऐप के माध्यम से देंगे. जिला में रजिस्टर्ड लगभग 73 हजार से अधिक किसान इसका लाभ उठा सकते हैं.
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किसान को खेती और फसल से जुड़ी जानकारी मुहैया कराने लिए केंद्र सरकार ने डिजिटल प्लेटफार्म किसान सारथी ऐप लॉन्च किया है. पहले चरण में उतर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश के किसानों के लिए इसकी शुरुआत की गई. किसानों को आसान भाषा में सही समय पर सही जानकारी प्राप्त करने में इस ऐप से सुविधा मिलेगी. इस प्लेटफार्म के जरिए वो फसल और सब्जियों को सही तरीके से बेंच सकेंगे. वैज्ञानिक किसानों को ऐप के माध्यम से व्यक्तिगत सलाह भी देंगें. किसानों को पशुपालन विभाग से संबंधित जानकारी दी जाएगी. किसानों द्वारा पूछा गया सवाल और दिया गया जवाब डिजिटल प्लेटफार्म पर हमेशा के लिए दिखेगा.
सारथी ऐप को लेकर किसानों की रायः वर्तमान में किसानों की स्थिति बहुत बेहतर नहीं है. आने वाले समय में डिजिटल प्लेटफार्म पर किसान सारथी ऐप से किसान को सही समय पर समस्या का निदान और सलाह मिल जाती है तो निश्चित रुप से उन्हें लाभ मिलेगा. मौसम की जानकारी पूर्वानुमान मिल जाए और फसल में लगे बीमारी सहित गाय माल में होने वाली बीमारी के बारे में समय रहते जानकारी मिल जाए तो किसान को पैसे की बचत होगी और आर्थिक रुप से मजबूत होंगे.