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साहिबगंज: गंगा के किनारे मृत पाई गई डॉल्फिन, मछुआरों को चेतावनी - साहिबगंज में डॉल्फिन की मौत

साहिबगंज जिला में गंगा किनारे एक डॉल्फिन मरी हुई पाई गई. चार साल में आधा दर्जन डॉल्फिन की मौत हो चुकी है. इसके बावजूद डॉल्फिन अभ्यारण्य योजना फाइल में सिमटकर रह गई है.

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मृत पाई गई डॉल्फिन
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Published : Dec 20, 2020, 1:03 PM IST

साहिबगंज: जिला में 83 किमी उत्तरवाहिनी गंगा पास से बहकर बंगाल की खाड़ी में गिरती है. यहां गंगा में डॉल्फिन के कई प्रजातियां पाई जाती है. डॉल्फिन के संरक्षण के लिए गंगा प्रेमियों की तरफ से डॉल्फिन अभ्यारण्य योजना की मांग की जा रही थी. लेकिन विभाग की उदासीनता की वजह से यह फाइल में सिमट गई है. एक रिपोर्ट के अनुसार विगत चार साल में आधा दर्जन से अधिक यह राष्ट्रीय घोषित जलीय जीव मृत पाई गई है.

देखें पूरी खबर
गंगा में मरी डॉल्फिन गंगा में डॉल्फिन मरने का वजह यह भी हो सकता है आम लोगो की तरफ से मशीन युक्त नाव, मालवाहक जहाज से निकलने वाला केमिकल पदार्थ से इसके आवास में छेड़छाड़ होती है. जिसकी वजह से यह परेशानी हो रही है. गंगा नदी में डॉल्फिन का मरना जिला प्रशासन पर सवालिया निशान बन रहा है. डॉल्फिन के मरने से पर्यावरण प्रेमी भी नाराज हैं.

इसे भी पढ़ें-धनबाद: यात्री किराया को लेकर किच-किच, ऑटो चालक संघ ने दी हड़ताल की धमकी


की जाएगी कड़ी कार्रवाई
दो दिन पहले राजमहल अनुमंडल के कसवा गंगा घाट पर एक डॉल्फिन मृत अवस्था में पाया हुआ देखा गया. वन प्रमंडल पदाधिकारी ने कहा कि डॉल्फिन की मौत नेचुरल है. इसके पोस्टमार्टम से पता चला है. फिर भी मछुआरों को चेतावनी दी जाएगी. लोगों को इस जीव कद बारे में जगरूक किया जाएगा. तस्कर के खिलाफ कड़ी करवाई की जाएगी.

साहिबगंज: जिला में 83 किमी उत्तरवाहिनी गंगा पास से बहकर बंगाल की खाड़ी में गिरती है. यहां गंगा में डॉल्फिन के कई प्रजातियां पाई जाती है. डॉल्फिन के संरक्षण के लिए गंगा प्रेमियों की तरफ से डॉल्फिन अभ्यारण्य योजना की मांग की जा रही थी. लेकिन विभाग की उदासीनता की वजह से यह फाइल में सिमट गई है. एक रिपोर्ट के अनुसार विगत चार साल में आधा दर्जन से अधिक यह राष्ट्रीय घोषित जलीय जीव मृत पाई गई है.

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गंगा में मरी डॉल्फिन गंगा में डॉल्फिन मरने का वजह यह भी हो सकता है आम लोगो की तरफ से मशीन युक्त नाव, मालवाहक जहाज से निकलने वाला केमिकल पदार्थ से इसके आवास में छेड़छाड़ होती है. जिसकी वजह से यह परेशानी हो रही है. गंगा नदी में डॉल्फिन का मरना जिला प्रशासन पर सवालिया निशान बन रहा है. डॉल्फिन के मरने से पर्यावरण प्रेमी भी नाराज हैं.

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