साहिबगंज: जिले में कोरोना महामारी से निपटने के लिए निजी संस्थानों के डॉक्टर के मदद लेने की पहल हुई है. इसी कड़ी में उपायुक्त ने सभी निजी क्लीनिक और नर्सिंग होम के डॉक्टर के साथ एक अहम बैठक की, जिसमें इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की गई.
साहिबंगंज में जिला प्रशासन ने 20 अप्रैल से कुछ शर्तों के साथ निजी क्लीनिकों को खोलने की इजाजत दी है. उपायुक्त ने सभी डॉक्टरों और नर्सिंग होम क्लीनिक को खोलने के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने का निर्देश दिया है. उन्होंने डॉक्टरों को अपॉइंटमेंट के आधार पर मरीज का इलाज करने की सलाहा दी है.
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उपायुक्त वरुण रंजन ने सभी डॉक्टरों से कहा कि यदि कोई मरीज क्लीनिक में इलाज कराने आता है और उसमें यदि सर्दी, खांसी, फ्लू, बुखार या सांस लेने में दिक्कत हो रही हो तो उसका इलाज करें और मरीज का मोबाइल नंबर नोट कर जिला प्रशासन को प्रतिदिन रिपोर्ट दें, ताकि ऐसे लोगों को चिन्हित किया जा सके और स्थिति खराब होने पर क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा जा सके. उपायुक्त ने सभी मेडिकल दुकान और जांच सेंटर पर भी यह शर्त लागू किया है. उन्होंने कहा कि यदि जिले के सभी स्वास्थ्य सेवाएं जिला प्रशासन को मदद करे तो कोरोना जैसी महामारी से लोगों को बचाया जा सकता है, समय रहते मरीज को पहचान कर क्वॉरेंटाइन सेंटर भर्ती किया जा सकता है.