साहिबगंज: गंगा नदी पर पुल निर्माण की शुरुआत हो चुकी है. अभी तीन पिलर्स पर काम चल रहा है. लोगों में इस निर्माण को लेकर खुशी की लहर है. लंबे समय से इस गंगा पर पुल के निर्माण की मांग उठ रही थी. इस पुल के निर्माण का टेंडर मध्य प्रदेश भोपाल की कंपनी दिलीप बिल्डकॉन को मिला है. ये कंपनी 1908 करोड़ की लागत से पुल का निर्माण करेगी.
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गंगा पुल की खासियत
गंगा पुल की कुल लंबाई 22 किलोमीटर होगी. खास बात ये है कि ये पुल 46 पिलर्स पर खड़ा होगा. दिलीप बिल्डकॉन कंपनी कोलकाता के विद्यासागर सेतू की तर्ज पर 4 लेन की गंगा नदी पुल का निर्माण करेगी. ये कंपनी 10 साल तक पुल का मेंटेनेंस भी करेगी. साहिबगंज में गंगा नदी पर पुल की मांग साल 1950 से की जा रही थी. डॉ. विश्वरैया ने साहिबगंज में आकर कहा था कि गंगा पर पुल बन जाने से जिला के लोगों का भाग्य चमक जाएगा. लेकिन समय बीतता गया और पुल के नाम पर राजनीति शुरू हो गई. जिला स्तर पर भी समाजसेवी संगठन और राजनीतिक दल गंगा पुल की मांग करते नजर आए.
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गंगा पुल से जुड़ी अहम जानकारी
6 अप्रैल 2017 को साहिबगंज की धरती से पीएम प्रधानमंत्री ने गंगापुल का शिलान्यास किया और लोगों में एक आस जगी कि अब गंगा नदी पर पुल बन जाएगा. गंगा में पुल बनाने को लेकर कई बार टेंडर हुआ. कुछ समय पहले चीन और भारत की कंपनी चेक-सोमा को टेंडर मिला, भारत-चीन के बीच बढ़ते तनाव के चलते केंद्र सरकार ने चीन की कंपनी का टेंडर रद्द कर दिया. फिर एक बार 2020 में एक बार टेंडर हुआ, जिसमें भोपाल की कंपनी दिलीप बिल्डकान ने टेंडर हासिल किया. गंगा पुल संघर्ष समिति के केंद्रीय अध्यक्ष ने कहा कि कि गंगा पुल का काम शुरू हो चुका है. इस पुल के बन जाने से बिहार, ओडिशा, नेपाल, एनजीपी, बंगाल, गुवाहाटी समेत राज्य का जिला से संपर्क आसान हो जाएगा. इस गंगा पुल की मांग के समर्थन में साहिबगंज और कटिहार की जनता ने भरपूर सहयोग किया है.