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Mining Scam Case: सीबीआई की टीम तीसरी बार साहिबगंज में देगी दस्तक, खनन घोटाला मामले में करेगी जांच

साहिबगंज में खनन घोटाला मामले की जांच सीबीआई को सौंपे जाने के बाद खनन माफियाओं में हड़कंप मच गया है. यह तीसरा मौका है जब सीबीआई जांच के लिए साहिबगंज पहुंच रही है. इसके पूर्व भी साहिबगंज में दो अहम मामलों की जांच सीबीआई ने की थी.

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CBI Team Will Investigate Mining Scam Case
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Published : Aug 19, 2023, 3:23 PM IST

साहिबगंज: झारखंड हाई कोर्ट के आदेश पर साहिबगंज में 1000 करोड़ रुपए से अधिक अवैध खनन मामले की जांच करने सीबीआई की टीम साहिबगंज पहुंचेगी. जिले में तीसरी बार सीबीआई की टीम जांच करने के लिए पहुंच रही है. इसके पूर्व पुलिस पदाधिकारी रूपा तिर्की की मौत की जांच करने सीबीआई की टीम साहिबगंज पहुंची थी. वहीं सर्वप्रथम अविभाजित बिहार में हाई कोर्ट ने साहिबगंज-पाकुड़ जिले में हुए मास्टर रोल घोटाले की जांच सीबीआइ को सौंपी गई थी.

ये भी पढ़ें-साहिबगंज में अवैध उत्खनन मामला, हाईकोर्ट ने सीबीआई को सौंपा जांच का जिम्मा, कई बड़ी हस्तियों की बढ़ सकती हैं मुश्किलें

विजय हांसदा की याचिका पर हाई कोर्ट ने सीबीआई जांच का दिया आदेशः साहिबगंज में खनन घोटाला मामले में जेल में बंद ईडी के गवाह विजय हांसदा ने जिरवाबाड़ी के नींबू पहाड़ पर अवैध खनन मामले में मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा सहित 14 लोगों के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी. लेकिन 16 अगस्त को केस में नया मोड़ तब आ गया, जब विजय हांसदा ने कोर्ट में आवेदन देकर अपनी मूल याचिका वापस लेने का अनुरोध किया. लेकिन अदालत ने तमाम साक्ष्यों के आधार पर आवेदन को रद्द कर दिया और सीबीआई को जांच का जिम्मा सौंप दिया.

साहिबगंज-पाकुड़ में हुए मास्टर रोल घोटाले की जांच करने पहले बार पहुंची थी सीबीआईः पहली बार सीबीआई की टीम हाई कोर्ट के आदेश पर साहिबगंज-पाकुड़ जिले में हुए मास्टर रोल घोटाले की जांच करने के लिए पहुंची थी. मास्टर रोल घोटाला मामले में एनआरईपी के तत्कालीन कार्यपालक अभियंता बेचन राम ने एसपी से केंद्र प्रायोजित योजनाओं में मास्टर रोल यानी मानव दिवस सृजन में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी होने की शिकायत की थी.

उस वक्त तत्कालीन एसपी अरविंद पांडेय के निर्देश पर इस मामले में जिले के सभी थानों में संबंधित जिम्मेदार पदाधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरु की थी. इस बीच सीएजी की एक रिपोर्ट के बाद मामले में नया मोड़ आ गया. सीएजी ने अपनी रिपोर्ट में साहिबगंज-पाकुड़ जिले में करोड़ों के मास्टर रौल घोटाले की पुष्टि कर दी. उसके बाद साहिबगंज के सामाजिक कार्यकर्ता सुजीत कुमार यादव ने इस मामले में पटना हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर कर दी. याचिका की सुनवाई करते हुए पटना हाईकोर्ट के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश बिहार में जंगल राज होने जैसी कड़ी टिप्पणी कर दी. अंतत: हाई कोर्ट के आदेश पर मास्टर रोल घोटाले की जांच का जिम्मा सीबाआइ को सौंप दिया गया. उस समय यहां के डीसी आलोक वद्धर्न चतुर्वेदी थे. सीबीआइ जांच के बाद उस समय यहां पदस्थापित कई प्रशाासनिक पदाधिकारियों और अन्य लोगों पर जुर्माना समेत अन्य विभागीय कार्रवाई हुई थी.

दूसरी बार पुलिस पदाधिकारी रूपा तिर्की की संदेहास्पद मौत मामले की सीबीआई ने की थी जांचः दूसरी बार वर्ष 2021 में सीबीआई जांच के लिए साहिबगंज पहुंची थी. मामला था महिला थाना में कार्यरत थाना प्रभारी रूपा तिर्की की संदेहास्पद परिस्थितियों में मौत का. दरअसल, पुलिस पदाधिकारी रूपा तिर्की का शव साहिबगंज पुलिस लाइन स्थित उसके क्वार्टर से संदेहास्पत स्थिति में बरामद किया गया था. जिसमें रूपा के परिजनों ने हत्या की आशंका जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा सहिद अन्य लोगों पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. मामला हाई कोर्ट तक पहुंचने के बाद हाई कोर्ट में सीबीआई जांच कराने का आदेश दिया था. इस मामले में सीबीआई ने अपनी रिपोर्ट न्यायालय को सौंप दी है.

ये भी पढ़ें-Sahibganj Illegal Mining Case: ईडी ने बीजेपी नेता और गवाहों समेत चार को भेजा समन, अवैध खनन मामले में होगी पूछताछ

तीसरी बार साहिबगंज में खनन घोटाले की जांच करने पहुंचेगी सीबीआईः यह तीसरी बार होगा जब साहिबगंज में 1000 करोड़ से अधिक खनन घोटाले के मामले में हाई कोर्ट के आदेश पर मामले की जांच सीबीआई करेगी. इसके पूर्व अवैध खनन मामले की जांच ईडी कर रही थी. साहिबगंज में खनन घोटाला मामले में अब तक कई लोग जेल पहुंच चुके हैं. जिसमें बरहेट विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा, बच्चू यादव, पत्थर व्यवसायी भगवान भगत, कृष्णा साह सहित कई लोगों के नाम शामिल हैं.

साहिबगंज: झारखंड हाई कोर्ट के आदेश पर साहिबगंज में 1000 करोड़ रुपए से अधिक अवैध खनन मामले की जांच करने सीबीआई की टीम साहिबगंज पहुंचेगी. जिले में तीसरी बार सीबीआई की टीम जांच करने के लिए पहुंच रही है. इसके पूर्व पुलिस पदाधिकारी रूपा तिर्की की मौत की जांच करने सीबीआई की टीम साहिबगंज पहुंची थी. वहीं सर्वप्रथम अविभाजित बिहार में हाई कोर्ट ने साहिबगंज-पाकुड़ जिले में हुए मास्टर रोल घोटाले की जांच सीबीआइ को सौंपी गई थी.

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विजय हांसदा की याचिका पर हाई कोर्ट ने सीबीआई जांच का दिया आदेशः साहिबगंज में खनन घोटाला मामले में जेल में बंद ईडी के गवाह विजय हांसदा ने जिरवाबाड़ी के नींबू पहाड़ पर अवैध खनन मामले में मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा सहित 14 लोगों के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी. लेकिन 16 अगस्त को केस में नया मोड़ तब आ गया, जब विजय हांसदा ने कोर्ट में आवेदन देकर अपनी मूल याचिका वापस लेने का अनुरोध किया. लेकिन अदालत ने तमाम साक्ष्यों के आधार पर आवेदन को रद्द कर दिया और सीबीआई को जांच का जिम्मा सौंप दिया.

साहिबगंज-पाकुड़ में हुए मास्टर रोल घोटाले की जांच करने पहले बार पहुंची थी सीबीआईः पहली बार सीबीआई की टीम हाई कोर्ट के आदेश पर साहिबगंज-पाकुड़ जिले में हुए मास्टर रोल घोटाले की जांच करने के लिए पहुंची थी. मास्टर रोल घोटाला मामले में एनआरईपी के तत्कालीन कार्यपालक अभियंता बेचन राम ने एसपी से केंद्र प्रायोजित योजनाओं में मास्टर रोल यानी मानव दिवस सृजन में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी होने की शिकायत की थी.

उस वक्त तत्कालीन एसपी अरविंद पांडेय के निर्देश पर इस मामले में जिले के सभी थानों में संबंधित जिम्मेदार पदाधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरु की थी. इस बीच सीएजी की एक रिपोर्ट के बाद मामले में नया मोड़ आ गया. सीएजी ने अपनी रिपोर्ट में साहिबगंज-पाकुड़ जिले में करोड़ों के मास्टर रौल घोटाले की पुष्टि कर दी. उसके बाद साहिबगंज के सामाजिक कार्यकर्ता सुजीत कुमार यादव ने इस मामले में पटना हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर कर दी. याचिका की सुनवाई करते हुए पटना हाईकोर्ट के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश बिहार में जंगल राज होने जैसी कड़ी टिप्पणी कर दी. अंतत: हाई कोर्ट के आदेश पर मास्टर रोल घोटाले की जांच का जिम्मा सीबाआइ को सौंप दिया गया. उस समय यहां के डीसी आलोक वद्धर्न चतुर्वेदी थे. सीबीआइ जांच के बाद उस समय यहां पदस्थापित कई प्रशाासनिक पदाधिकारियों और अन्य लोगों पर जुर्माना समेत अन्य विभागीय कार्रवाई हुई थी.

दूसरी बार पुलिस पदाधिकारी रूपा तिर्की की संदेहास्पद मौत मामले की सीबीआई ने की थी जांचः दूसरी बार वर्ष 2021 में सीबीआई जांच के लिए साहिबगंज पहुंची थी. मामला था महिला थाना में कार्यरत थाना प्रभारी रूपा तिर्की की संदेहास्पद परिस्थितियों में मौत का. दरअसल, पुलिस पदाधिकारी रूपा तिर्की का शव साहिबगंज पुलिस लाइन स्थित उसके क्वार्टर से संदेहास्पत स्थिति में बरामद किया गया था. जिसमें रूपा के परिजनों ने हत्या की आशंका जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा सहिद अन्य लोगों पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. मामला हाई कोर्ट तक पहुंचने के बाद हाई कोर्ट में सीबीआई जांच कराने का आदेश दिया था. इस मामले में सीबीआई ने अपनी रिपोर्ट न्यायालय को सौंप दी है.

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तीसरी बार साहिबगंज में खनन घोटाले की जांच करने पहुंचेगी सीबीआईः यह तीसरी बार होगा जब साहिबगंज में 1000 करोड़ से अधिक खनन घोटाले के मामले में हाई कोर्ट के आदेश पर मामले की जांच सीबीआई करेगी. इसके पूर्व अवैध खनन मामले की जांच ईडी कर रही थी. साहिबगंज में खनन घोटाला मामले में अब तक कई लोग जेल पहुंच चुके हैं. जिसमें बरहेट विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा, बच्चू यादव, पत्थर व्यवसायी भगवान भगत, कृष्णा साह सहित कई लोगों के नाम शामिल हैं.

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