साहिबगंज: जिला में मंडरो प्रखंड के किर्तनिया बेलभद्री पहाड़ पर खून जैसा तरल पदार्थ बहता पाया गया. इसको लेकर आम नागरिकों में काफी हैरत है, इसको लेकर इलाके में अलग अलग तरह की चर्चाएं हो रही हैं. कोई इसे दैवीय शक्ति से भी जोड़कर देख रहा है.
साहिबगंज के मंडरो प्रखंड के पहाड़ से खून जैसा तरल पदार्थ निकल रहा. इस मामले में भूगर्भ शास्त्री डॉ. रंजीत सिंह ने साहिबगंज डीसी राम निवास यादव को शनिवार को पत्र लिखकर जांच की मांग की है. फिलहाल उस स्थल की घेराबंदी कराकर सुरक्षित रखने का आग्रह किया है. ये मामला मिर्जाचौकी थाना क्षेत्र के बेलभद्री पहाड़ का है. यहां पर शुक्रवार से खून जैसा तरल पदार्थ निकल रहा है, जो शनिवार को भी जारी है.
जिला प्रशासन की तरफ से इसे बांस की घेराबंदी कर सुरक्षित किया गया है. इधर गांव वालों की भीड़ देखने के लिए उमड़ी हुई है. लोग अपने हाथों पर खून जैसा तरल पदार्थ को लेकर गौर से निहार रहे हैं. कुछ लोग दैवीय शक्ति से जोड़ रहे हैं तो कोई तरह तरह की आशंका जाहिर कर रहा है. मंडरो प्रखंड में इस तरल पदार्थ को देखकर तरह तरह के कयास लगाए जा रहे हैं.
हालांकि भू-वैज्ञानिक डॉ रंजीत सिंह ने बताया कि उस स्थल पर लेटेराईट, बॉक्साइड, कंटेंट का डिपॉजिट, वाटर रिजवायर और आर्टिजन के दबाव के कारण सरफेस पर फ्लो हो रहा है. दूसरी ओर पानी मोरम के संपर्क में आने से लाल हो जाता है. उन्होंने कहा कि राची से टीम साहिबगंज एक दो दिन में पहुंच रही है, तरल पदार्थ की जांच की जाएगी तभी मालूम चल पाएगा कि क्या वजह है. उन्होंने कहा कि राजमहल की पहाड़ी खनिज संपदा से भरपूर है. करोड़ों वर्ष पुराना पादप, जीवाश्म, ग्रीन ग्रेन फॉसिल्स यहां पर है. पहाड़ की गोद में काफी ऐसी चीजें हैं जिस पर शोध किया जा सकता है. साहिबगंज को एक जियो टूरिज्म के रुप में विकसित किया जा सकता है.