साहिबगंज: राजमहल विधानसभा सीट का इतिहास रहा है कि यहां जीत-हार का अंतर काफी कम होता है. इस विधानसभा सीट पर मात्र 9 वोट से किसी की हार तो किसी की जीत हुई है. 2014 विधानसभा चुनाव में इस सीट पर बीजेपी और जेएमएम के बीच कांटे की टक्कर हुई थी. बीजेपी ने 702 वोट के अंतर से जेएमएम प्रत्याशी एमटी राजा को शिकस्त दी थी.
गठबंधन के तहत राजमहल विधानसभा सीट झारखंड मुक्ति मोर्चा की झोली में चली गई. इस बार भी राजमहल से जेएमएम किसी दमदार नेता को उतारने की फिराक में है. हालांकि अभी तक इस सीट पर किसी भी प्रत्याशी के नाम की घोषणा नहीं की गई है. इसको लेकर बीजेपी में हलचल मची हुई है. पिछले चुनाव में जेएमएम ने एमटी राजा को राजमहल विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया था. बीजेपी ने पहली बार अनंत ओझा को इस सीट पर उतारकर दांव खेला था. काफी कड़ी टक्कर के बाद बीजेपी को जीत हासिल हुई थी.
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कयास लगाए जा रहे हैं कि अगर फिर से जेएमएम एमटी राजा को टिकट देता है तो राजमहल विधानसभा सीट दिलचस्प हो जाएगी. जेएमएम जिलाध्यक्ष ने कहा कि जेएमएम से अभी तक एक प्रत्याशी किताबुद्दीन शेख का नाम आया है. आलाकमान जिसको तय करेंगे हम उस चेहरे को लेकर जनता के बीच जाएंगे और इस बार राजमहल विधानसभा सीट जेएमएम के खाते में जाएगी.
वहीं, बीजेपी जिलााध्यक्ष ने कहा कि राजमहल विधानसभा सीट पर फिर से बीजेपी परचम लहराएगी. इस सीट पर जेएमएम किसी को भी टिकट दे कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है. क्योंकि राजमहल विधानसभा हिंदुत्व का क्षेत्र है और बीजेपी हिंदुत्व को लेकर चलेगी और हमारी जीत तय है.