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योगा स्टूडियो से लाइव योगा क्लास के लिए लंबा करना होगा इंतजार! घर-घर योग को पहुंचाने में पिछड़ा झारखंड

Yoga studio not started yet in Ranchi. झारखंड योगा सेंटर में बनाए गए योगा स्टूडियो का लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है. जिस उद्देश्य से योगा सेंटर का निर्माण कराया गया था वह अब तक पूरा नहीं हुआ है. इस कारण घर-घर योगा को पहुंचाने का लक्ष्य पीछे छूट गया है. Jharkhand yoga studio becomes unusable. Long wait for live yoga class in Jharkhand.

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Yoga Studio Not Started Yet In Ranchi
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Nov 22, 2023, 6:36 PM IST

झारखंड योगा सेंटर में बनाए गए योगा स्टूडियो पर रिपोर्ट और जानकारी देतीं योगा सेंटर की प्रभारी हेड डॉ अर्चना.

रांची: झारखंड में जनता के हित को केंद्र में रखकर सरकारी योजनाएं बनायी जाती हैं और उसे धरातल पर उतारने के लिए सरकार पैसे भी खर्च करती हैं, लेकिन कई बार प्रशासनिक तंत्र योजनाओं को धरातल पर उतारने के प्रति उदासीन हो जाता है. झारखंड में योगा को दूर-दराज के रहने वाले लोगों तक पहुंचाने के लिए आयुष निदेशालय ने झारखंड योगा सेंटर में पहला अत्याधुनिक योगा स्टूडियो का निर्माण कराया था. लाखों रुपए खर्च कर जब इस अत्याधुनिक योग स्टूडियो का निर्माण कराया गया, लेकिन इसका लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है.

योजना के अनुसार हर दिन सुबह के वक्त स्टूडियो में योगा विशेषज्ञ को योग का अभ्यास करना था और उसका सीधा प्रसारण सोशल मीडिया यूट्यूब, फेसबुक, ट्विटर और झारखंड सरकार की वेबसाइट के माध्यम के माध्यम से प्रसारण करना था, लेकिन ऐसा नहीं हो सका. हालांकि इस वर्ष 2023 में योगा दिवस से पहले राज्य योगा केंद्र से हर दिन सुबह-सुबह योगाभ्यास का लाइव प्रसारण की तैयारी भी थी, लेकिन कई कारणों से योगा का लाइव प्रसारण नहीं हो सका. झारखंड के घर-घर में योगा पहुंचाने की बड़ी तैयारी के बीच बना आयुष का योगा स्टूडियो का अभी विधिवत उद्घाटन तक नहीं हुआ है. शार्ट सर्किट और मानव संसाधन की कमी अलग से है.

कुछ कमियों की वजह से नहीं शुरू हो सका है योगा स्टूडियो- डॉ अर्चनाः आयुष निदेशालय के तत्कालीन निदेशक डॉ फजलुस समी के आदेश के सात महीने बाद राज्य योगा सेंटर का योगा स्टूडियो शुरू नहीं हो पाया है. वर्तमान में राज्य योगा सेंटर की प्रभारी हेड डॉ अर्चना कहती हैं कि मानव संसाधन की कमी और डेमो के दौरान स्टूडियो में बिजली आपूर्ति में आई कुछ खराबी की वजह से यहां से योग कक्षा का सीधा प्रसारण शुरू नहीं हो पाया है . उन्होंने भरोसा दिलाया कि अगले सप्ताह में सभी कमियों को दूर कर योग स्टूडियो से हर दिन सुबह योगा क्लास का सीधा प्रसारण शुरू हो जाएगा.

ये था योगा स्टूडियो बनाने के पीछे का उद्देश्यः आयुष निदेशालय की योजना हर दिन प्रातः काल में योगा को वेबसाइट, यूट्यूब और फेसबुक के माध्यम से झारखंड के दूर-दराज के गांव तक पहुंचाने की थी. यह योजना झारखंड जैसे प्रदेश के लिए इसलिए भी ज्यादा फायदेमंद था क्योंकि यहां दुर्गम क्षेत्र काफी हैं. वहां रहने वाले लोग भी यूट्यूब, फेसबुक, ट्विटर, सरकारी वेबसाइट के माध्यम से बिना किसी बाधा के हर दिन अपने घर पर ही योग कर सकेंगे. इसका एक और फायदा यह होता कि कई बीमारियों में फायदेमंद योग की क्रियाओं की जानकारी लेकर लोग रोग मुक्त भी होते.

हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को भी मिलता लाभः राज्य योग सेंटर परिसर में बने योगा स्टूडियो से योग कक्षाओं का सीधा प्रसारण का एक और लाभ राज्य के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को भी मिलता. जहां आने वाले लाभुकों को योग का लाइव टेलीकास्ट का फायदा मिलता. योग एक्सपर्ट द्वारा हर दिन सुबह कराए जाने वाले योगा का लाइव टेलिकास्ट को देखकर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर आने वाले लोग भी सीएचओ के साथ मिलकर योगा करते . इसके शुरू हो जाने से राज्य में योग प्रशिक्षकों की कमी की वैकल्पिक व्यवस्था हो जाती.

ये भी पढ़ें-National Health Meditation Camp: झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री हुए शामिल, सरकारी स्कूलों में योग शिक्षक की नियुक्ति की रखी मांग

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ये भी पढ़ें-रिम्स में थर्ड ग्रेड टेक्नीशियन के लिए जेएसएससी को नहीं मिला योग्य अभ्यर्थी, 64 पदों में सिर्फ 16 चयनित

झारखंड योगा सेंटर में बनाए गए योगा स्टूडियो पर रिपोर्ट और जानकारी देतीं योगा सेंटर की प्रभारी हेड डॉ अर्चना.

रांची: झारखंड में जनता के हित को केंद्र में रखकर सरकारी योजनाएं बनायी जाती हैं और उसे धरातल पर उतारने के लिए सरकार पैसे भी खर्च करती हैं, लेकिन कई बार प्रशासनिक तंत्र योजनाओं को धरातल पर उतारने के प्रति उदासीन हो जाता है. झारखंड में योगा को दूर-दराज के रहने वाले लोगों तक पहुंचाने के लिए आयुष निदेशालय ने झारखंड योगा सेंटर में पहला अत्याधुनिक योगा स्टूडियो का निर्माण कराया था. लाखों रुपए खर्च कर जब इस अत्याधुनिक योग स्टूडियो का निर्माण कराया गया, लेकिन इसका लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है.

योजना के अनुसार हर दिन सुबह के वक्त स्टूडियो में योगा विशेषज्ञ को योग का अभ्यास करना था और उसका सीधा प्रसारण सोशल मीडिया यूट्यूब, फेसबुक, ट्विटर और झारखंड सरकार की वेबसाइट के माध्यम के माध्यम से प्रसारण करना था, लेकिन ऐसा नहीं हो सका. हालांकि इस वर्ष 2023 में योगा दिवस से पहले राज्य योगा केंद्र से हर दिन सुबह-सुबह योगाभ्यास का लाइव प्रसारण की तैयारी भी थी, लेकिन कई कारणों से योगा का लाइव प्रसारण नहीं हो सका. झारखंड के घर-घर में योगा पहुंचाने की बड़ी तैयारी के बीच बना आयुष का योगा स्टूडियो का अभी विधिवत उद्घाटन तक नहीं हुआ है. शार्ट सर्किट और मानव संसाधन की कमी अलग से है.

कुछ कमियों की वजह से नहीं शुरू हो सका है योगा स्टूडियो- डॉ अर्चनाः आयुष निदेशालय के तत्कालीन निदेशक डॉ फजलुस समी के आदेश के सात महीने बाद राज्य योगा सेंटर का योगा स्टूडियो शुरू नहीं हो पाया है. वर्तमान में राज्य योगा सेंटर की प्रभारी हेड डॉ अर्चना कहती हैं कि मानव संसाधन की कमी और डेमो के दौरान स्टूडियो में बिजली आपूर्ति में आई कुछ खराबी की वजह से यहां से योग कक्षा का सीधा प्रसारण शुरू नहीं हो पाया है . उन्होंने भरोसा दिलाया कि अगले सप्ताह में सभी कमियों को दूर कर योग स्टूडियो से हर दिन सुबह योगा क्लास का सीधा प्रसारण शुरू हो जाएगा.

ये था योगा स्टूडियो बनाने के पीछे का उद्देश्यः आयुष निदेशालय की योजना हर दिन प्रातः काल में योगा को वेबसाइट, यूट्यूब और फेसबुक के माध्यम से झारखंड के दूर-दराज के गांव तक पहुंचाने की थी. यह योजना झारखंड जैसे प्रदेश के लिए इसलिए भी ज्यादा फायदेमंद था क्योंकि यहां दुर्गम क्षेत्र काफी हैं. वहां रहने वाले लोग भी यूट्यूब, फेसबुक, ट्विटर, सरकारी वेबसाइट के माध्यम से बिना किसी बाधा के हर दिन अपने घर पर ही योग कर सकेंगे. इसका एक और फायदा यह होता कि कई बीमारियों में फायदेमंद योग की क्रियाओं की जानकारी लेकर लोग रोग मुक्त भी होते.

हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को भी मिलता लाभः राज्य योग सेंटर परिसर में बने योगा स्टूडियो से योग कक्षाओं का सीधा प्रसारण का एक और लाभ राज्य के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को भी मिलता. जहां आने वाले लाभुकों को योग का लाइव टेलीकास्ट का फायदा मिलता. योग एक्सपर्ट द्वारा हर दिन सुबह कराए जाने वाले योगा का लाइव टेलिकास्ट को देखकर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर आने वाले लोग भी सीएचओ के साथ मिलकर योगा करते . इसके शुरू हो जाने से राज्य में योग प्रशिक्षकों की कमी की वैकल्पिक व्यवस्था हो जाती.

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