रांची: योग गुरु बाबा रामदेव (Yoga Guru Baba Ramdev) ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि हेमंत जी के दादा ने बलिदान दिया. उनके पिता ने जिंदगी भर संघर्ष किया. जेलों से लेकर सीबीआई तक क्या-क्या कष्ट नहीं सहे. सीएम हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) भी युद्ध और संघर्षों के बीच अपने राजधर्म के पथ पर संघर्षपूर्वक आगे बढ़ रहे हैं. पूरे झारखंड के लोगों के लिए कल्याणकारी योजना को लेकर आगे चल रहे हैं. मैं आश्वस्त हूं कि उन्हें लोगों का प्यार मिल रहा है, इससे साफ है कि सीएम अच्छा कार्य कर रहे हैं. 10 नवंबर को योगगुरू बाबा रामदेव ने प्रोजेक्ट भवन में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि झारखंड में शिक्षा और स्वास्थ्य की सेवाओं को लेकर पतंजलि के योगदान से संदर्भ में मुख्यमंत्री से संवाद हुआ है.
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उन्होंने कहा कि जिनको लोग श्रद्धा से गुरू जी कहते हैं, उनके परिवार से लगभग डेढ दो दशकों से आत्मीय संबंध रहा है. उसी विश्वास के साथ यहां हम शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में आदिवासी, वनवासी और पूरे झारखंड के लोगों के लिए जो भी कल्याणकारी कार्य कर सकते हैं, उसके संदर्भ में संवाद किया. मैं आश्वस्त हूं कि आने वाले समय में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में पतंजलि झारखंड में बड़ा योगदान देगा.
बाबा रामदेव ने कहा कि हमने जिंदगी भर आर्थिक, शिक्षा और चिकित्सा की गुलामी, वैचारिक गुलामी और दरिद्रता से इस देश को बाहर निकालने का काम किया है. उन सारी एक्टिविटी को झारखंड के धरातल पर क्रियान्वित करने के लिए हमने अपने संकल्प को दोहराया है. इसको लेकर सीएम हेमंत सोरेन प्रतिबद्ध हैं. हम मिलकर झारखंड के लिए कुछ बड़ा करेंगे. उन्होंने कहा कि स्कूल, कॉलेज और आगे यूनिवर्सिटी से लेकर पतंजलि वेलनेस सेंटर स्थापित करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि कई गंभीर बीमारियों से हार मानकर जो थक चुके हैं, वैसे बिहार, ओड़िशा, असम, पश्चिम बंगाल, झारखंड, नार्थ इस्ट के चार-पांच हजार रोगी पतंजलि योगपीठ, हरिद्वार पहुंचते हैं. मैं चाहता हूं उन्हें यहीं उपचार मिले, इसको लेकर काम करना है. हालांकि जब उनसे सत्ताधारी दलों के हवाले से पूछा गया कि केंद्र सरकार यहां की सरकार को अस्थिर करना चाह रही है तो उन्होंने इसपर कोई जवाब नहीं दिया.