रांची: मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने पेश किया. बजट में पेट्रोल और डीजल के दामों पर एक-एक रुपए एक्साइज ड्यूटी और एक-एक रुपए सेस लगाने का ऐलान किया गया है. पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी का सीधा असर आम लोगों की दिनचर्या पर होगी.
पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने का ये होगा असर
- समान ढुलाई का किराया बढ़ जाएगा
- रोजाना जरूरत के सामान की कीमत बढ़ जाएगी
- राशन और सब्जियां महंगी हो जाएगी
- बस किराया बढ़ जाएगा
- हवाई सफर महंगा हो जाएगा
- सभी क्षेत्र में महंगाई बढ़ जाएगी
- सेविंग्स पर असर पड़ेगा
अर्थशास्त्री हरिश्वर दयाल ने कहा कि पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाने और सेस लगाने ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट जरूर बढ़ेगा लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वस्तुओं की कीमतें बढ़ जाएंगी. इसके लिए उन्होंने वर्तमान मुद्रास्फीति का हवाला देते हुए कहा कि वर्तमान में इन्फ्लेशन 4 प्रतिशत के आसपास है. मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए सरकार के पास पॉलिसी भी है.
जानकारों का मानना है कि खाने पीने के सामान की कीमत 4-6 फीसद बढ़ जाएंगी, इसके साथ ही बस और हवाई दोनों सफर महंगा हो जाएगा. कुल मिलाकर लोगों को आने वाले कुछ दिनों महीनों तक महंगाई की मार झेलनी पड़ेगी.