रांची: पश्चिम बंगाल के कुल्टी पुलिस के द्वारा रांची से गिरफ्तार किए गए 62 लाख रुपए लूटकांड का आरोपी लूट के पैसों से रांची में ऐश कर रहा था (West Bengal robbery accused arrested in ranchi). आरोपी दीपक कुमार को रांची के सदर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर पश्चिम बंगाल पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर रविवार को अपने साथ ले गयी.
यह भी पढ़ें: Loot in Ranchi: प्रज्ञा केंद्र संचालक से लूट, पुलिस ने अपराधियों को दबोचा
सदर इलाके से हुई गिरफ्तारी: रांची में लूट का आरोपी गिरफ्तार हुआ है. सदर थाना की पुलिस के सहयोग से पश्चिम बंगाल पुलिस ने आरोपी को कोकर स्थित एक शोरूम के पास से गिरफ्तार किया. आरोपी के पास से पुलिस ने लूट के 5.25 लाख रुपए भी बरामद किए है. साथ ही पुलिस ने आरोपी के पास से लूट के रुपए से खरीदी गई डेढ़ लाख की बाइक और एक कार भी जब्त किया है. पूछताछ में आरोपी दीपक ने पुलिस के समक्ष खुलासा किया है कि वह घटना को अंजाम देने के बाद रांची में ही छुपा हुआ था. वह जल्द ही उत्तर प्रदेश जाने की तैयारी में था. उसने बताया कि लूट के रुपए से उसने महंगी बाइक और कार ऐश और मौज करने के लिए खरीदी थी. उसने पुलिस को यह भी जानकारी दी कि वह अपने एक अन्य साथी के साथ उत्तर प्रदेश जाने वाला था. इसी बीच पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
मोबाइल लोकेशन से रांची पहुंची पुलिस: कुल्टी पुलिस आरोपी दीपक की तलाश में जुटी हुई थी. इसी बीच पुलिस ने आरोपी का मोबाइल लोकेशन निकाला. रांची मिलने के बाद पुलिस एक टीम सदर थाना पहुंची. यहां की पुलिस के सहयोग से बीते शनिवार की शाम आरोपी को पुलिस ने उस समय गिरफ्तार किया, जब आरोपी कोकर स्थित एक शोरूम से कार खरीदकर निकल रहा था. हालांकि गिरफ्तारी के दौरान पुलिस की टीम के साथ आरोपी का धक्का-मुक्की भी हुआ. बावजूद पुलिस ने आरोपी को दबोच लिया. उस समय पुलिस को लूट के रुपए बरामद नहीं हुए थे. कड़ाई से पूछताछ के बाद पुलिस की टीम ने आरोपी की निशानदेही पर शोरूम में जमा किए गए 5.25 लाख रुपए बरामद की. इसके बाद उसके जोरार स्थित घर से बाइक भी बरामद की गई.
14 नवंबर को दिया था घटना को अंजाम: लूटपाट गिरोह का सरगना दीपक कुमार ने अपने साथियों के साथ बीते 14 नवंबर को कोयला कारोबारी के कुल्टी थाना क्षेत्र स्थित घर पर हथियार लेकर घुसे. 62 लाख नगदी के अलावा जेवरात और मोबाइल लूटकर फरार हो गए थे. इस मामले में कुलटी थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी. दर्ज प्राथमिकी के आधार पर पुलिस पहले ही दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. वहीं गिरोह का सरगना दीपक फरार चल रहा था.