रांचीः झारखंड के पहले डीजीपी शिवाजी महान कैरे के निधन पर पुलिस मुख्यालय में शोक सभा का आयोजन किया गया. जहां मौजूद आईपीएस अधिकारियों ने दिवंगत शिवाजी महान कैरे को याद किया और उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की. ईमानदार और कर्मठ आईपीएस माने जाने वाले शिवाजी महान कैरे झारखंड राज्य के निर्माण के समय राज्य के पहले डीजीपी थे.
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पुलिस मुख्यालय में दी गई श्रद्धांजलिः शोक सभा में पुलिस विभाग के कई आला अधिकारी शामिल हुए. इस दौरान आईपीएस अधिकारियों ने उनके साथ बिताए समय को याद किया. सोमवार को शोक सभा के दौरान पुलिस मुख्यालय में माहौल बेहद गमगीन रहा. उनके साथ काम करने वाले पुलिस अधिकारियों ने उनकी यादें बारी-बारी से साझा की. 1967 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे शिवाजी महान कैरे राज्य गठन के बाद डीजीपी बने थे. नवंबर 2002 तक वह इस पद पर रहे थे. दुबारा 2004 से अपनी सेवानिवृति तक वह डीजीपी बनाए गए थे.आईएएस एसोसिएशन के झारखंड चैप्टर ने भी उनके निधन पर शोक जताया है.
1967 बैच के आईपीएस थे शिवाजीः 1967 बैच के आईपीएस अधिकारी शिवाजी महान कैरे एक तेज तर्रार आईपीएस अधिकारी थे. 11 जून 1945 को उत्तर प्रदेश में कैरे का जन्म हुआ था. गणित विषय पर बेहतर पकड़ रखने वाले शिवाजी का सपना था कि वे आईपीएस अधिकारी बने. 1967 में शिवाजी का चयन भारतीय पुलिस सेवा में हुआ. झारखंड बिहार अलग होने के बाद इन्हें झारखंड कैडर आवंटित हुआ था. जिसके बाद में राज्य के पहले डीजीपी बने. झारखंड पुलिस को बेहतर संसाधन और शुरुआती दौर में बिहार से अलग होने के बाद अन्य सुविधाओं दिलाने में शिवाजी का महत्वपूर्ण योगदान था.