रांचीः सुई से लेकर चंद्रयान के उपकरण बनाने तक में अपना योगदान देने वाली एचईसी के विश्वकर्मा पूजा कार्यक्रम में इस साल कोरोना का ग्रहण लग गया. इस साल विश्वकर्मा पूजा कार्यक्रम फीका ही रहा. सादगी पूर्ण कार्यक्रम में तीनों प्लांट में गुरुवार को यहां सोशल डिस्टेंसिंग के साथ पूजा की गई.
देर तक चलती थी मशीनों की साफ-सफाई
सरकारी कंपनी एचईसी सामाजिक और सुरक्षा के क्षेत्र के लिए तमाम उपकरणों का निर्माण करती है. यहां हर साल धूमधाम से विश्कर्मा पूजा कार्यक्रम होता है. विश्वकर्मा पूजा के दिन यहां कर्मचारी देर तक साफ-सफाई के काम में जुटे रहते थे. इसको लेकर कंपनी के तीनों प्लांट में रौनक रहती थी पर इस साल कोरोना का असर साफ दिखा. कंपनी की आर्थिक तंगी ने इस समस्या को और बढ़ा दिया. कर्मचारियों का कहना है कि विगत वर्षों में दो-तीन दिन पहले से सफाई कार्य शुरू हो जाता था.
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सोशल डिस्टेंसिंग का रखा ख्याल
इस साल एचईसी में भगवान विश्वकर्मा पूजा को लेकर उत्साह नहीं दिखा. सादगी के साथ एचइसी के तीनों प्लांट में भगवान विश्वकर्मा की पूजा-अर्चना की गई. एचईसी के तीनों प्लांट एफएफपी, एचएमबीपी, एचएमटीपी और हेड क्वार्टर में भी पूजा के कार्यक्रमों में सादगी ही रही. कर्मचारियों का कहना है कि भीड़भाड़ में सोशल डिस्टेंसिंग को मेंटेन करना मुश्किल होता. इसलिए विश्वकर्मा पूजा कार्यक्रम कर्मचारियों और प्रबंधन ने सादगी से मनाया.