रांचीः नगड़ी थाना क्षेत्र के बालालोंग निवासी प्रेम सागर सिंह की हत्या के विरोध में लोगों का हंगामा देखने को मिला. अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर ग्रामीण आक्रोशित हो गए. बाद में प्रशासन की ओर से आश्वासन मिलने पर ग्रामीणों ने हंगामा बंद किया और शव को पुलिस को ले जाने दिया.
रांची जिला के नगड़ी थाना क्षेत्र के बलालोंग गांव निवासी प्रेमसागर सिंह की हत्या ईंट पत्थर से मार-मारकर किया गया. शव को कुडलोंग सेमरतोली सड़क के पुल के नीचे फेंक दिया गया. पुल के नीचे शव को दिन के लगभग 3 बजे ग्रामीणों ने देखा गया. शव की पहचान प्रेमसागर सिंह के रूप की गयी. इसकी सूचना मिलते नगड़ी थाना प्रभारी विनोद राम सदल बल घटनास्थल पहुंचे और शव को पंचनामा के बाद थाना की गाड़ी आई. इसी बीच ग्रामीण इकट्ठा हुए उग्र होकर रोड पर बांस बल्ली लगाकर रोड जाम कर दिया.
परिजन के साथ ग्रामीण रोड में उतर कर शव ले जा रही थाना कि गाड़ी को रोक दिया और हत्यारों की गिरफ्तारी एवं परिवार को मुआवजे की मांग को लेकर रोड जाम कर दिया. परिजनों ने बताया कि बीती रात प्रेमसागर के मोबाइल में फोन आया और वह घर से निकला फिर रात में नहीं लौटा तो परिजनों ने खोजबीन किया लेकिन कोई पता नहीं चला. दोपहर में ग्रामीणों ने सेमर टोली के समीप शव की सूचना मिली.
विरोध कर रहीं प्रेम सागर सिंह की बहनों (सोनी कुमारी और मनोरमा कुमारी) और भाई प्रवीण कुमार सिंह का आरोप है कि उनके भाई की हत्या कर शव को पुल के नीचे फेंका गया है. उनका कहना है कि 6 माह पूर्व गांव के ही लक्ष्मण लिंडा और सोनू लिंडा ने जान मारने की नीयत से मारपीट किया था. इसको लेकर थाना में मामला दर्ज किया गया था लेकिन पुलिस की ओर से इस दिशा में किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गयी. इसका नतीजा ये हुआ कि आज उनके भाई प्रेम सागर सिंह की हत्या कर दी गयी है.
वहीं जाम स्थल पर सर्किल इंस्पेक्टर ने मृतक के परिवार को आश्वासन दिया कि पुलिस अधिकारी जो गलत किया है कार्रवाई की जाएगी. साथ ही हत्या के आरोपियों को पुलिस अविलंब गिरफ्तार करेगी और मुआवजा के लिए प्रशासन को लिखेंगे. पुलिस की ओर से आश्वासन मिलने के बाद लोगों ने जाम हटाया. इसके बाद शाम के साढ़े 6 बजे के करीब पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए रिम्स रांची भेजा. इस हंगामे से करीब 3 तीन घंटे तक रोड जाम रहा. लोगों को समझाने और जाम हटवाने में नगड़ी जिला परिषद प्रतिनिधि बजरंग महतो, शिबू सिंह, रमन तिग्गा, राजा सिंह ने अहम भूमिका निभाई. साथ ही परिजन की आर्थिक स्थिति को देखते हुए समाजसेवियों और प्रशासन के द्वारा आर्थिक सहयोग दिया.