रांचीः राजधानी के बेड़ो प्रखंड के केशा पंचायत के नारी गांव में श्मशान घाट तक जाने के लिए लोगों के पास सड़क नहीं है, जिससे ग्रामीणों को आने-जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था. सड़क निर्माण को लेकर ग्रामीणों ने स्थानीय सांसद, विधायक और प्रखंड प्रशासन से लगातार गुहार लगाई थी, लेकिन उन्हें सिर्फ आश्वासन ही दिया गया. आने-जाने में परेशानी से तंग ग्रामीणों ने थक हार कर खुद से ही अपने हाथों में कुदाल और फावड़ा उठाकर रास्ते की मरम्मती शुरू कर दी.
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श्रमदान कर बनाई सड़क
नारी गांव से श्मशान घाट जाने वाले रास्ते को नारी गांव के ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से श्रमदान करके बनाया. ग्रामीणों के इस प्रयास से अब यह रास्ता चलने लायक हो जाएगा. इधर श्रमदान कर रहे ग्रामीणों का कहना है कि जनप्रतिनिधियों से इस रास्ते को बनाने की मांग की गई थी, लेकिन जनप्रतिनिधियों के उदासीन रवैये के कारण रास्ता नहीं बना, जिसके बाद ग्रामीणों ने आपसी एकता दिखाते हुए श्रमदान कर इस रास्ते को बनाया. श्रमदान करने वाले ग्रामीणों में सुरेंद्र साहु, शिवधन साहु, गंगा साहु, बैजू साहु, बंधु साहु, सुलेंद्र साहू, शिवप्रताप साहु, रामपाल साहु, देवेंद्र साहु सहित कई ग्रामीणों ने सराहनीय योगदान दिया. इस बारे में पंचायत के मुखिया अंजु कच्छप ने कहा कि रास्ते के निर्माण के लिए ग्रामीणों के साथ बैठक हुई. इस रास्ते में रैयती जमीन पड़ती है, इसको लेकर ग्रामीणों से अपील की गई थी कि रास्ता बनाने के लिए जमीन दें, ताकि श्मशान घाट तक रास्ता बन जाए.