रांचीः इसमें कोई शक नहीं कि झारखंड में तेजी से कोरोना पांव पसार रहा है. नेपाल हाउस, प्रोजेक्ट बिल्डिंग, बैंक समेत रिम्स और सदर अस्पताल के कई चिकिस्तक और स्वास्थ्य कर्मी संक्रमित हो चुके हैं. इस बीच राजधानी रांची में वैक्सीन लेने की होड़ मची है. हर वैक्सीन सेंटर पर लोगों की लंबी-लंबी कतार दिख रही है. आज झारखंड में कोविशील्ड वैक्सीन का डोज करीब-करीब खत्म हो चुका था. लेकिन राहत की बात है कि कोविशील्ड की खेप झारखंड पहुंच गई है.
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केंद्र ने दिया 10 लाख का डोज
इस बार 10 लाख 23 हजार 800 डोज मिला है. वहीं 8 अप्रैल को कोवैक्सीन का 2 लाख डोज उपलब्ध हुआ था. चूकि रांची में सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. इसलिए स्वास्थ्य विभाग इस कोशिश में जुटा है कि रांची के ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीनेट किया जाए. इसलिए रांची को सबसे ज्यादा 1 लाख 8 हजार 800 डोज मुहैया कराया गया है. इसके अलावा सभी जिलों के लिए वैक्सीन की खेप डिस्पैच कर दी गई है.
इस बीच राजधानी में अफवाहों का बाजार गर्म है. लोगों का कहना है कि अगर संक्रमित को सामान्य बुखार है तो उसे घर पर ही आइसोलेशन में रहने की सलाह दी जा रही है. स्वास्थ्य महकमा इस कोशिश में जुटा है कि जिन संक्रमितों को ज्यादा दिक्कत हो रही है उन्हें भी अस्पताल में भर्ती कराया जाए. ईटीवी भारत ने कई ऐसे लोगों से फीड बैक लिया जो संक्रमित हैं और घर पर भी इलाज करा रहे हैं. उनका कहना है कि इस बार यह वायरस ज्यादा तकलीफ दे रहा है. लेकिन सबसे ज्यादा परेशानी टेस्ट रिपोर्ट को लेकर हो रही है. सैंपल देने के बाद भी रिपोर्ट आने में कई दिन लग रहे हैं. आज इसी वजह से हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस ने रांची के सिविल सर्जन को जमकर फटकार लगायी है.