रांचीः जिले के सदर थाना क्षेत्र के कोकर इलाके के रूट नंबर 106 के 20 एटीएम में पैसा रखने वाली एजेंसी को झांसा देकर चार करोड़ 75 लाख तीन हजार रुपये उड़ाने में अब तक तीन करोड़ 50 लाख 84 हजार 180 हजार रुपये बरामद कर लिए गए हैं. इस मामले में मुख्य आरोपी सहित छह को पुलिस ने जेल भेज दिया है, जबकि बीते दिन दो आरोपियों को राजधानी के धुर्वा सेक्टर दो एवं बिहार के मधेपुरा से गिरफ्तार किया गया. दोनों आरोपियों के पास से पुलिस ने 92 लाख 96 हजार 500 रुपये बरामद किए हैं. पुलिस ने गुरुवार को दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में होटवार जेल भेज दिया.
पहले ही जेल भेजे जा चुके हैं कई आरोपी
पुलिस के मुताबिक, रांची के जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के धुर्वा सेक्टर दो से आरोपी राज कुमार श्रीवास्तव को जब गिरफ्तार किया गया तो उसके पास से पुलिस को 45 लाख रुपये जबकि मधेपुरा से गिरफ्त में आये प्रभाष कुमार की निशानदेही पर 47 लाख 96 हजार 500 रुपये मिले. पूरे मामले की जानकारी गुरुवार को एसपी सिटी सौरभ ने प्रेस कांफ्रेंस कर दी.
एसपी के मुताबिक, एटीएम में जमा किए जाने वाले पैसों के गबन मामले में मुख्य साजिश कर्ता विपिन कुमार, सुभाष रजक, राजेश मेहता एवं सुरेश प्रसाद मेहता को पूर्व में ही जेल भेजा जा चुका है. इन चारों के पास से दो करोड़ 57 लाख 87 हजार 680 रुपये बरामद हुए थे, बाकी बचे 56 लाख 68 हजार 820 रुपये की बरामदगी के लिए पुलिस जांच कर रही है.
मिलने आए भतीजे को बताई छिपाए पैसों की जगह
पुलिस के अनुसार आरोपी कई माह से पैसे चुरा रहा था. इस पैसे को वह विपिन धुर्वा सेक्टर दो स्थित किराये के मकान में छुपा कर रखे था. अंतिम बार मोटी रकम लेकर फरार हो गया, हालांकि घर में रखे पैसे नहीं ले जा सका. बाद में जब पुलिस ने विपिन को गिरफ्तार कर जेल भेजा और उससे मिलने उसका भतीजा प्रभाष आया तो घर में रखे पैसे की जानकारी दी. विपिन के कहने पर ही प्रभाष उसके धुर्वा स्थित घर जाकर 50 लाख रुपये ले गया, जिसमें से करीब दो लाख रुपये खर्च कर दिए. विपिन के बताये ठिकाने से अन्य लोग भी पैसे ले गए हैं जिसे पुलिस खोज रही है.
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20 एटीएम में रुपये रखने की थी जिम्मेदारी
एसआईएस कैश सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के जिम्मे कोकर के रूट नंबर 106 के अंतर्गत आने वाले एसईआई समेत कई बैंकों के 20 एटीएम में पैसे रखने की जिम्मेदारी थी. 20 एटीएम में अधिकतर एसबीआई के ही एटीएम थे. इधर एसआईएस कंपनी ने सुपौल के थरबिटिया निवासी गणेश कुमार और समस्तीपुर मुसरी घरारी निवासी शिवकुमार को कस्टोडियन बनाया था.
एसआईएस के अधिकारी ने दर्ज कराई थी प्राथमिकी
कंपनी के कर्मचारी की मिलीभगत से आरोपियों ने चार करोड़ 75 लाख तीन हजार रुपये उड़ा लिए थे. इसको लेकर एसआईएस प्राइवेट लिमिटेड के अधिकारी कंचन ओझा ने 18 दिसंबर 2019 को सदर थाना में विपिन कुमार और सुभाष रजक पर प्राथमिकी दर्ज कराई थी. बाद में जांच में अन्य को आरोपी बनाया गया, जैसे-जैसे पुलिस जांच आगे बढ़ी साजिश में शामिल लोगों का आंकड़ा बढ़ता गया.