रांची: साइबर क्रिमिनल्स अब सुंदर लड़कियों की तस्वीर का इस्तेमाल कर बड़े-बड़े लोगों से ठगी कर रहे हैं. रांची की साइबर टीम ने सीबीआई के सहयोग से एक ऐसे ही गिरोह का पर्दाफाश किया है. मामले से जुड़े दो अपराधियों को दिल्ली और रांची से गिरफ्तार भी किया गया है.
साइबर थाना की पुलिस ने एस्कॉर्ट सर्विस के नाम पर चल रही वेबसाइटों के जरिए ठगी करने वाले गिरोह के दो साइबर अपराधियों को दबोच लिया है. दोनों की गिरफ्तारी सेना के कर्नल नीतिन कुमार सिंह से 33 लाख ठगी के मामले में हुई है. गिरफ्तार आरोपितों में दिल्ली के सीमापुरी इलाके के दिलशाद गार्डेन पोकेट-ई निवासी अमित दीवान और यूपी के चंदौली सकलडीहा निवासी बृजमोहन प्रसाद शामिल है. बृज मोहन की गिरफ्तारी रांची के खेलगांव कांप्लेक्स होटवार से हुई. वह खेलगांव कांप्लेक्स में अपना नाम बदलकर रहता था. उसे लोग शिवपाल सिंह के नाम से जानते थे, एस्कॉर्ट सर्विस साइट लोकांटो और स्कोक्का के जरिए लोगों को फांसकर ये ठगी करते थे.
दिल्ली के कॉल सेंटर से लड़कियां करती थी बात
गिरफ्तार अपराधियों में अमित दीवान सरगना है, वह दिल्ली में 18 से 20 लड़कियों का कॉल सेंटर चलाता है. स्कोक्का व लोकांटो साइट के जरिए कॉल करने वाले या संपर्क करने वालों से कॉल सेंटर की लड़कियां उनसे बातचीत करती थीं. व्हाट्सएप्प के जरिए अश्लील तस्वीरें भेजकर उनसे पेटीएम और एकाउंट नंबर पर रूपये मंगाते थे. इसी तरह नीतिन कुमार सिंह को फांसकर अलग-अलग ट्रांजेक्शन के जरिए 33 लाख की ठगी कर ली. हर बार लड़कियों की अलग-अलग अश्लील तस्वीरें भेजकर उनसे रुपये मांगे जाते रहे. वे उनके झांसे में आकर रुपये भेजते रहे.
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जिस नाम से करते थे बात, उसके नाम से खोलते थे एकाउंट
अमित दीवान के लिए बृज मोहन खाता खोलने का काम करता है, इसके एवज में हर ठगी पर पांच प्रतिशत कमीशन मिलते थे. वह पूर्व का बैंककर्मी रह चुका है, उसे केवाइसी फॉर्म वेरीफिकेशन की सारी बारीकियां पता है. इसलिए वह फर्जी पहचान पत्र, आधार कार्ड पैन व अन्य दस्तावेज बनाकर फर्जी नाम का खाता खुलवा लेता है. जिस नाम से ग्राहक को फंसाया जाता, उसके नाम का खाता अलग-अलग बैकों में खुलवा लेता है. उसके पास से 40 पासबुक, 51 चेकबुक, 76 पैन कार्ड, 89 वोटर कार्ड, 78 एटीएम कार्ड, 24 सिम कार्ड, 14 मोबाइल, लैपटॉप, कार व स्कूटी बरामद की गई है.
50 मीटर के दायरे में रहता था ठग, पर थे अनजान
आर्मी के कर्नल जिस खेलगांव कांप्लेक्स के सेक्टर 03 के हाउस नंबर 05 में रहते थे. उसी परिसर में सेक्टर 01 के फ्लैट संख्या 104 ब्लॉक 21 में ठग बृज मोहन सिंह शिवपाल सिंह के नाम से रह रहा था. लेकिन कर्नल उससे पूरी तरह अनजान थे, जब बृजमोहन सिंह पकड़ा गया तो वे हैरत में थे.
डीजीपी पहुंचे साइबर थाना
दोनों की गिरफ्तारी के बाद इसकी जानकारी लेने डीजीपी केएन चौबे खुद साइबर थाना पहुंचे. उन्होंने घटना की जानकारी ली, इसके बाद अपराधियों को पकडऩे वाली टीम की सराहना भी की.