रांची: ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस पार्टी द्वारा राजधानी रांची के मोरहाबादी स्थित बापू वाटिका प्रांगण में एक दिवसीय उपवास धरना दिया गया. इसके जरिए तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने डीजल-पेट्रोल के मूल्य में बेतहाशा वृद्धि को लेकर केंद्र सरकार के विरोध में आक्रोश व्यक्त किया गया. डीजल- पेट्रोल के मूल्य में वृद्धि को लेकर लगातार केंद्र सरकार पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं. विभिन्न राजनीतिक पार्टियों द्वारा भारतीय जनता पार्टी और केंद्र सरकार को इस मामले को लेकर घेरा जा रहा है. कांग्रेस पार्टी द्वारा एक तरफ जहां देशभर में डीजल-पेट्रोल की मूल्य वृद्धि के खिलाफ आंदोलन किया जा रहा है तो वहीं क्षेत्रीय दल भी इस मामले को मुद्दा बनाकर केंद्र सरकार को घेरने में जुटी हुई है. इसी कड़ी में तृणमूल कांग्रेस पार्टी के झारखंड प्रदेश कमेटी ने जिलाध्यक्ष विजय राम के नेतृत्व में राजधानी रांची के मोरहाबादी स्थित बापू वाटिका परिसर में एक दिवसीय उपवास कार्यक्रम का आयोजन किया.
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इस दौरान तृणमूल कांग्रेस पार्टी का कहना है कि पेट्रोल-डीजल में मूल्य वृद्धि किसान, मजदूर ,वाहन मालिक और गरीब विरोधी है. जिसके कारण आवश्यक सामानों में बेतहाशा मूल्य वृद्धि हो रही है. तृणमूल कांग्रेस पार्टी ने इसका विरोध किया है और मांग की गई है कि अविलंब डीजल-पेट्रोल के मूल्य पर नियंत्रण किया जाए. वरना तृणमूल कांग्रेस जन आंदोलन के माध्यम से केंद्र सरकार को हर मोर्चे पर घेरेगी. इस विरोध उपवास कार्यक्रम के दौरान झारखंड प्रदेश तृणमूल कांग्रेस कमेटी के दयानंद प्रसाद सिंह, रामाशंकर सिंह समेत कई कार्यकर्ता और नेता शामिल हुए. वहीं, इस आंदोलन को चरणबद्ध तरीके से चलाने को लेकर भी रणनीति बनाई गई.
लगातार बढ़ रहे थे दाम
पेट्रोल और डीजल की लगातार बढ़ रही कीमतों को लेकर जगह-जगह विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. 29 जून को दिल्ली, अहमदाबाद, पटना, हैदराबाद, झारखंड समेत कई शहरों में इसको लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया था, जबकि 30 जून से 4 जुलाई तक भी राज्य के सभी प्रखंड मुख्यालयों में भी प्रदर्शन किया गया है. जून में 21 दिनों में पेट्रोल-डीजल की कीमत तेजी से बढ़ी और इन दिनों पेट्रोल की कीमत में 9.12 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई तो वहीं डीजल के दाम 11.01 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ गए. सरकारी तेल कंपनियों ने बीते जून में लगातार 21 दिनों तक ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी की थी. इसके बाद कांग्रेस ने भी इस पर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया था.