रांचीः झारखंड विधानसभा अध्यक्ष रविंद्र नाथ महतो ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न प्रणव मुखर्जी उन गिने-चुने राजनीतिज्ञों में थे जिनका तमाम वैचारिक मतभेद के बाद भी सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से मधुर संबंध रहा.
महतो ने कहा कि राजनीति के परस्पर विरोधी दलों के बीच हमेशा प्रणव मुखर्जी ने एक पुल का काम किया है. साथ ही भारतीय गणराज्य के प्रथम नागरिक के रूप में उन्होंने अपनी जो छाप छोड़ी है उसे भुलाया नहीं जा सकता.
मंगलवार को झारखंड विधानसभा सचिवालय में पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर आयोजित शोक सभा में उन्होंने कहा कि देश के प्रति पूर्व राष्ट्रपति का योगदान और उपलब्धियां अनुकरणीय हैं.
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विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि पांच दशकों के राजनीतिक यात्रा के दौरान प्रणव मुखर्जी ने भारत सरकार के अनेक महत्वपूर्ण मंत्रालय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
इस मौके पर 2 मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना भी की गई. शोक सभा में विधानसभा के सचिव महेंद्र प्रसाद एवं वरीय पदाधिकारी भी मौजूद रहे. इस दौरान कर्मी परस्पर सामाजिक दूरी को बनाते हुए उपस्थित हुए.